महाकाल सवारी मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर लंबे समय से कवायद चल रही है। करीब 4.8 किमी लंबे मार्ग को पूर्व में तीन हिस्सों में बांटकर चौड़ा करने की योजना बनी थी लेकिन इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। वहीं अब स्मार्ट सिटी कंपनी की ओर से सवारी मार्ग को लेकर नए सीरे से डीपीआर तैयार की। इसके तहत मार्ग चौड़ीकरण का 84 करोड़ का एस्टिमेट बनाया गया है। मार्ग को मास्टर प्लान 2035 के मुताबिक 15 से 24 मीटर तक चौड़ा किया जाएगा।
इसमें करीब डेढ़ हजार से अधिक घर भी प्रभावित होंगे। वहीं पूरे मार्ग पर काला पत्थर लगाने पर भी विचार किया जा रहा है। पत्थर लगने से मार्ग अलग से दिखाई देगा और नंगे पैर चलने वालों का दिक्कत भी नहीं आएगी। स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री नीरज पांडे ने बताया कि मार्ग चौड़ीकरण को सिंहस्थ कार्ययोजना में शामिल किया है। पूरे मार्ग को भगवान शिव की थीम पर सौंदर्यीकरण किया जाएगा।
पूर्व में चौड़ीकरण का काम अटक चुका- सवारी मार्ग चौड़ीकरण की कवायद पूर्व में भी हो चुकी। स्मार्ट सिटी की ओर से दो साल पहले करीब 25 करोड़ रुपए से महाकाल मंदिर से 24 खंभा माता मंदिर तक चौड़ीकरण का काम शुरू किया था। तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने भूमिपूजन किया था। चौड़ीकरण में प्रभावित होने वाले मकानों का सर्वे कर निशान भी लगा दिए थे। बाद में विवाद होने और न्यायालीयन प्रकरण के चलते काम रुक गया, जो अब तक शुरू नहीं हो पाया।
ऐसा होगा सवारी मार्ग का सौंदर्यीकरण
-महाकाल सवारी मार्ग चौड़ीकरण के बाद मार्ग के सभी मकान-दुकानों को भारत के पेरिस यानि पिंक सिटी जयपुर की तर्ज पर एक ही रंग में रंगा जाएगा। -दुकानों पर लगने वाले साइन बोर्ड एक ही आकार में होंगे। -गणगौर दरवाजा, सती गेट, 24 खंभा माता मंदिर, चौरासी महादेव मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, जगदीश मंदिर सहित पुरातन स्वरूप में बनी सभी धरोहरों पर फसाड लाइट लगाई जाएगी। -मार्ग के प्रमुख चौराहों को त्रिशूल, डमरू, नंदी जैसे कलाकृतियां स्थापित कर संवारा जाएगा।
-पूरे सवारी मार्ग को भूमिगत वाटर सप्लाय, सीवरेज, इलेक्ट्रिसिटी लाइन बिछाई जाएगी। -सवारी मार्ग को इस तरह विकसित किया जाएगा कि सवारी देखने वाले भक्तों को आनंद की अनुभूति हो।
स्मार्ट सिटी ने 84 करोड़ की डीपीआर की है तैयार
महाकाल सवारी मार्ग चौड़ीकरण को लेकर स्मार्ट सिटी ने 84 करोड़ की डीपीआर तैयार की है। इसमें पूर्व मार्ग का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। 4.8 किमी लंबे सवारी मार्ग पर सीमेंट या डामर की बजाय काले पत्थर लगाने का सुझाव दिया है। – मुकेश टटवाल, महापौर