आपको बता दें कि, ऐसी मान्यता है कि कोई भी त्योहार सबसे पहले बाबा महाकाल के साथ मनाया जाता है। इसके बाद ही देष-दुनिया में इसकी शुरुआत होती है। इसी मान्यता के तहत सुबह की भस्म आरती के बाद बाबा को राखी भेंट की गई साथ ही सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया है। आज शाम 4 बजे सावन महीने की आखिरी सवारी निकाली जाएगी। बाबा महाकाल प्रजा का हाल जानने होलकर मुखारविंद स्वरूप में निकलेंगे।
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इस सवारी में सीएम मोहन यादव भी शामिल होंगे। CRPF बैंड सवारी के साथ चलेगा। इस बार खास संयोग रहा कि सवान महीने की शुरुआत सोमवार से हुई और समापन भी सोमवार से ही हो रहा है।
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मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए रविवार देर रात से भी भक्तों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। भस्म आरती के लिए रविवार की रात 2.30 बजे ही मंदिर के पट खोल दिए गए थे।
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आज बाबा महाकाल का राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार किया गया है। दर्शन का सिलसिला आज रात 10.30 बजे तक जारी रहेगा।