प्रशासक संदीप सोनी ने बताया नए साल में रविवार और सोमवार को 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। लड्डू प्रसादी के लिए भी डबल डिमांड दी हुई है। वहीं इस साल भी ऑनलाइन होने वाली भस्म आरती की अनुमति 31 दिसंबर और 1 जनवरी के लिए ब्लॉक कर दी गई है। भीड़ देखते हुए लाइन त्रिवेणी संग्रहालय से लगेगी। श्रद्धालु गणेश मंडपम तक जाएंगे। गणेश मंडपम से दर्शनों के बाद भक्त महाकाल लोक में बने पिनाकी द्वार से बाहर निकलेंगे।
प्रोटोकॉल का 4 नंबर गेट से प्रवेश
बड़ा गणेश और प्रशासक ऑफिस की ओर से श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं मिलेगी। इसके अलावा बेगमबाग होते हुए भारत माता मंदिर और फिर प्रशासक कार्यालय के सामने से प्रवेश करेंगे। 250 रुपए की शीघ्र दर्शन की रसीद लेने वाले भक्त महाकाल थाने के पीछे से एंट्री कर बड़े गणेश के पास गली से गेट नंबर चार से एंट्री लेंगे। गेट 4 से मीडिया पुजारी और 250 शीघ्र दर्शन के लिए प्रवेश रहेगा।
10 हजार थैली वाला वाला जूता काउंटर पार्किंग पर बनाया गया है।
सहायता के लिए 10 पुलिस सहायता केंद्र भी बनाए गए हैं।
लड्डू प्रसादी के लिए नए काउंटर खोले गए हैं। अनुमान है 45 क्विंटल लड्डू प्रतिदिन खप जाते हैं, लेकिन नए साल पर 70 क्विंटल लड्डू प्रसादी प्रतिदिन के हिसाब से ऑर्डर किया है।
ड्रोन से नजर 850 पुलिसकर्मी करेंगे सुरक्षा- 500 पुलिसकर्मी व्यवस्था में और मंदिर की सुरक्षा में 350 पुलिस कर्मियों को लगाया है। ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी।
यहां पार्किंग
देवास, इंदौर से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहन हरिफाटक ब्रिज से लेफ्ट टर्न के बाद वाहन कर्कराज पार्किंग में खड़े करेंगे। वहां से वे फैसिलिटी सेंटर के पास त्रिवेणी संग्रहालय पर जूता, मोबाइल बैग रख पाएंगे। बड़नगर, नीमच, रतलाम मार्ग से आने वाले दर्शनार्थी कार्तिक मेला ग्राउंड में वाहन पार्क कर त्रिवेणी संग्रहालय से महाकाल लोक के नंदी द्वार से होते हुए मानसरोवर द्वार से बाबा के दर्शन को अंदर जाएंगे।