रविवार को पुणे से आए सात श्रद्धालुओं ने देखादेखी में इसका सेवन कर लिया। कुछ ही देर अपना दिमागी संतुलन खो सभी अजीब हरकत करने लगे। लोगों ने जब सातों को रोड पर एक साथ जोर-जोर से हंसते और एक के बाद एक उल्टियां करते देखा तो उन्हें अस्पताल ले गए और उपचार करवाया।
प्रसाद में मिली थी भांग की गोली
पुणे ,महाराष्ट्र के रहने वाले सोनू जादव, संजय लोढ़ा, विनीत, अजित, धीरज पंवार, अमित और एक अन्य शनिवार शाम को उज्जैन आए थे। रात को सातों महाकाल मंदिर क्षेत्र की होटल में रुके और सुबह 6 बजे उठकर शिप्रा स्नान के बाद महाकाल मंदिर दर्शन करने पहुंच गए। संजय लोढ़ा ने बताया कि सुबह दर्शन के दौरान उन्हें मंदिर के पुजारी ने प्रसाद के रूप में भांग की गोली दी थी। साथियों ने पूछताछ की तो पता चला कि शहर में भांग की दुकान भी है। ये भी पढ़ें:
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इस पर सातों ने महाकाल मंदिर से बाहर निकल कर भांग दुकान से एक -एक गोली भांग नीबू की शिकंजी के साथ पी ली। संजय लोढ़ा ने बताया कि वे पैदल कुछ दूर ही चले थी कि अचानक सातों आपस में विवाद करने लगे। बाद में जोर-जोर से हंसते हुए उल्टियां करने लगे। इसके बाद उन्हें कुछ लोग उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। हालांकि दोपहर बाद भी उनकी हालत नहीं सुधर पाई थी।
श्रावण में बढ़ेगी भांग की खपत
भांग दुकान संचालक केतन माहेश्वरी के अनुसार महाकाल की नगरी में यह बाबा की बूटी और उनकी प्रसाद के नाम से मशहूर है। पुराने शहर के 75 प्रतिशत लोग रोजाना इसका सेवन करते हैं परंतु बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी इसके कम शौकीन नहीं है। अमूमन दिनों में शहर की पांच मशहूर दुकानों से ही 70 से 80 किलो भांग रोजाना की बिक जाती है । श्रावण में शहर में भांग की खपत दो से ढाई गुना तक बढ़ जाती है। वे बताते हैं कि महिलाएं भी इसका सेवन करती हैं। इसे कम मात्रा में लिया जाए तो यह औषधी से कम नहीं है। परंतु अगर इसकी तय मात्रा से ज्यादा ले ली ली जाए तो यह परेशान भी कर सकती है। ज्यादा नशा हो तो लगातार तेज शकर वाली नीबू शिकंजी दे सकते हैं। इससे जल्द आराम होगा।