जीडीसी कॉलेज छात्राओं का प्रमुख कॉलेज है। स्नातक और स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों का संचालन होता है। साथ ही प्रतिदिन अन्य गतिविधियों का आयोजन होता है। इसमें अतिथि के दौर पर जनभागीदारी अध्यक्ष को भी बुलाया जाता है। जनभागीदारी अध्यक्ष हर कार्यक्रम में किसी न किसी को साथ लेकर जाते हैं। साथ ही उसे मंच पर भी बैठवाते हैं। मामला यहीं तक सीमित नहीं है। अध्यक्ष के साथ जाने वाले लोग कॉलेज में खुलेआम इधर-उधर घुमते-फिरते हैं। प्राचार्य की तरफ से करीब एक दर्जन से अधिक कार्यक्रम की फोटो उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में लाई गई है। इसमें एक फोटो में एक पार्षद पति एक महिला शिक्षक के काफी नजदीक खड़ा हुआ है। इस फोटो पर ही प्राचार्य ने जनभागीदारी अध्यक्ष से आपत्ति दर्ज करवाई थी। प्राचार्य का कहना था कि संबंधित व्यक्ति झूम रहा था। इस बार पर जनभागीदारी अध्यक्ष बिगड़ गए और संगठन में शिकायत कर दी।
मैं तो बस साथ लेकर जाता हूं
पत्रिका ने जब जनभागीदारी अध्यक्ष शील लश्करी से हर कार्यक्रम में बिना पूर्व सूचना के किसी को साथ ले जाने और अतिथि बनाने पर बात की तो उनका कहना था कि मैं तो बस साथ ले जाता हूं। अतिथि बनाने का काम कॉलेज प्राचार्य का है। उनके साथ जाने वाले लोगों का छात्राओं और शिक्षकों के बीच घूमना और नजदीक से फोटो खिंचाने पर की बात पर उन्होंने पत्रिका कार्यालय आकर चर्चा करने की बात कही।
खुद जनभागीदारी अध्यक्ष ने बिना अनुमति वीडियोग्राफी करवाई। छात्राओं की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। कुछ दिन पूर्व कॉलेज में जो कुछ घटा, वह छात्राओं के लिए ठीक नहीं है। लड़कियों में भय का माहौल व्याप्त है। हमारा किसी से कोई विवाद नहीं। काम नियमानुसार किया जाएगा।
उल्का यादव, प्राचार्य