दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर, समेट ले गई नकदी-जेवरात
उज्जैन के कार्तिक चौक के रहने वाले सचिन तिवारी नाम के युवक ने बताया कि उसकी शादी 19 मार्च को महाराष्ट्र की रहने वाली निकिता से हुई थी। मंदिर से हुई शादी में गिने चुने लोग ही शामिल हुए थे। शादी के तीन दिन बाद 22 मार्च को नई दुल्हन निकिता ने परिवार के सभी सदस्यों को रात में पीने के लिए दूध दिया जिसे पीकर पूरा परिवार बेहोश हो गया और सुबह जब नींद खुली तो देखा कि घर से जेवरात व नकदी लेकर दुल्हन निकिता फरार हो चुकी है। रिश्ता तय कराने वालों से लेकर निकिता के रिश्तेदारों के नंबर भी बंद आ रहे थे जिसके कारण पीड़ित युवक सचिन ने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी।
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दूल्हे की सूझबूझ से पकड़ाए तीन साथी
दुल्हन के जेवरात और नकदी समेटकर फरार हो जाने के बाद सचिन ने मामले की शिकायत तो पुलिस में दर्ज कराई ही साथ ही खुद भी लगातार निकिता की तलाश में जुट गया। उसने निकिता व उसके रिश्तेदारों के नंबरों पर फोन लगाया लेकिन सभी नंबर बंद थे। इसके बाद सचिन ने उस गाड़ी के नंबर को ट्रेस किया जिस गाड़ी से निकिता व उसके फर्जी रिश्तेदार शादी में आए थे। गाड़ी के ड्राइवर का नंबर खोजकर सचिन ने उसे फोन किया तो वो खुद को इस मामले से अंजान सिर्फ ड्राइवर होने की बात कहता रहा। इसके बाद सचिन ने जाल बिछाया और अपने एक दोस्त के जरिए शादी करने के लिए ड्राइवर को फोन लगवाया। ड्राइवर जाल में फंस गया और सचिन के दोस्त को मिलने के लिए ओंकारेश्वर बुलाया।
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ओंकारेश्वर में पहले से ही तीन महिलाएं व तीन पुरुष दुल्हन के रिश्तेदार बनकर एक परिवार को फंसाने के लिए पहुंचे थे। जिन्हें पकड़कर सचिन व उसका दोस्त खुद उज्जैन लाए और पुलिस के हवाले किया। जिन पुरुषों को पकड़ा गया वो सचिन की शादी में निकिता के रिश्तेदार बने थे। हालांकि महिलाएं सचिन की शादी में नहीं आई थीं जिसके कारण उन्हें छोड़ दिया गया। पकड़े गए तीनों फर्जी रिश्तेदार महाराष्ट्र के रहने वाले हैं जिनसे पूछताछ की जा रही है।