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उज्जैन

84 महादेव सीरीज : शिव माहात्म्य के मूल्यों को दर्शाता श्री खंडेश्वर महादेव मंदिर

चौरासी महादेवों की शृंखला में 31वें क्रम पर श्री खंडेश्वर महादेव का मंदिर आता है। इनके दर्शन-पूजन करने से अद्भुत सिद्धियां प्राप्त होती हैं एवं पूर्व जन्म के पापों का नाश होता है। 

उज्जैनSep 02, 2016 / 10:10 pm

Lalit Saxena

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उज्जैन. चौरासी महादेवों की शृंखला में 31वें क्रम पर श्री खंडेश्वर महादेव का मंदिर आता है। इनके दर्शन-पूजन करने से अद्भुत सिद्धियां प्राप्त होती हैं एवं पूर्व जन्म के पापों का नाश होता है। श्रावण-भादौ मास में पत्रिका डॉट कॉम के जरिए आप 84 महादेव की यात्रा का लाभ ले रहे हैं।
 
श्री खंडेश्वर महादेव का मंदिर शिव माहात्म्य के मूल्यों को दर्शाता है। माना जाता है कि श्री खंडेश्वर महादेव के दर्शन से विष्णु, ब्रह्मा, इंद्र, कुबेर, अग्नि आदि देवताओं ने भी सिद्धियां प्राप्त की थीं। त्रेतायुग में भद्राश्व नाम के राजा थे। उनकी कई रानियां थीं। उनमें सबसे अधिक सौंदर्य कान्तिमति का था। 

एक बार उनके यहां महामुनि अगस्त्य आए
एक बार उनके यहां महामुनि अगस्त्य आए और बोले कि वे वहां सात दिन निवास करेंगे। राजा ने उनका आदर सत्कार किया और सौभाग्य माना। कान्तिमति को देख सिद्धियों से युक्त अगस्त्य ऋषि कुछ पुरानी रहस्यमयी बातों को जानकर बेहद प्रसन्न हुए और नृत्य करने लगे। तब राजा ने आश्चर्यचकित हो महामुनि से पूछा कि आपको कौन सी प्रसन्नता हो रही है जो आप नृत्य कर रहे हैं? इस पर मुनि बोले कि तुम सब मूर्ख हो जो मेरा अभिप्राय नहीं समझ रहे। तब राजा भद्राश्व ने हाथ जोड़कर मुनि से निवेदन किया कि इस रहस्य को उजागर करें।

एकत्रिशत्तमम् विद्धि देवं खण्डेश्वम् प्रिये।
सम्पूर्ण जायते यस्य दर्शायां व्रतादिकम। ।


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तब मुनि ने कहा
तब मुनि ने कहा कि राजन पूर्व जन्म में विदिशा नाम की जगह में वैश्य हरिदत्त के घर पर आपकी यह सुन्दर पत्नी कान्तिमति दासी का कार्य करती थी और आप इसके पति थे एवं नौकर का कार्य करते थे। वह वैश्य जिनके यहां तुम दोनों काम करते थे, वह महादेव का परम भक्त था। वह नित्य ही महाकाल की सेवा करता था। एक बार वह वैश्य महाकाल वन आया और महादेव का पूजन अर्चन किया।


आपको इस जन्म में राजस्व प्राप्त हुआ 
कुछ समय बाद आप दोनों की मृत्यु हो गई, लेकिन उस वैश्य की भक्ति के प्रभाव से आपको इस जन्म में राजस्व प्राप्त हुआ है। मुनि की बात सुनकर राजा महाकाल वन पहुंचा और वहां उसने एक दिव्य लिंग खंडेश्वर का पूजन अर्चन किया। उसके पूजन से प्रसन्न हो महादेव ने निष्कण्टक राज्य भोग का आशीर्वाद दिया।

दर्शन से अद्भुत सिद्धियां प्राप्त होती हैं 
श्री खंडेश्वर महादेव के दर्शन से अद्भुत सिद्धियां प्राप्त होती हैं एवं पूर्व जन्म के पापों का नाश होता है। माना जाता है कि श्रावण मास में यहां दर्शन करने का महत्व कई गुना बढ़ जाता है। उज्जयिनी में श्री खंडेश्वर महादेव का मंदिर अगर रोड पर खिलचीपुर गांव में स्थित है।

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