यह किया तो मिली कामयाबी वर्मा ने बताया कि तीन साल पहले जब 141 रैंक पर उदयपुर स्टेशन था, तब से सफाई पर ध्यान दिया गया। इसके लिए स्टेशन पर 50 की जगह 150 डस्टबीन रखवाए गए। हर तीन घंटे में स्टेशन की सफाई शुरू करवाई गई। खासतौर पर आम आदमी जहां पर बैठता है, उन स्थानों को साफ रखने पर फोकस किया गया। प्लेटफार्म, वेटिंग रूम पर भी स्वच्छता बढ़ाई गई। अत्याधुनिक मशीनों से सफाई कार्य शुरू किया। यात्रियों से बार-बार अपील की जाती रहती है कि वह स्टेशन पर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें जिससे 137 अंक की छलांग लगाते हुए चौथा स्थान मिला है।
स्टेशन के चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर दिनेश कुमार ने बताया कि इस रैंक से सभी रेलवे कर्मचारियों में उत्साह जगा है कि हमारी मेहनत रंग लाई है। अब लक्ष्य यही है कि उदयपुर सिटी स्टेशन सफाई में पहला स्थान पाए इसके लिए टॉप थ्री स्टेशन के कार्यों को देखकर अपने यहां कमियों को दूर करेंगे। कैटेगरी में पहले स्थान पर मारवाड़ स्टेशन को 972.71 अंक मिले जबकि उदयपुर को 956.15 अंक हासिल हुए है। इसमें ज्यादा बड़ा अंतर नहीं है।