उदयपुर . गोगुंदा. कस्बे का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। ऐसे में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कस्बेवासियों ने बताया कि यहां पर चार कार्मिक लंबे समय से प्रतिनियुक्ति पर उदयपुर लगे हुए है। ऐसे में यहां उपचार कराने आने वाले मरीज उपचार के लिए भटकते रहते है। यह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपखण्ड मुख्यालय का सबसे बड़ा चिकित्सालय है। जहां दूरदराज से बड़ी संख्या में रोगी उपचार के लिए आते है। सामान्य दिनों मे ओपीडी 400 से अधिक रहता है। वहीं, बारिश के समय मौसमी बीमारियों के चलते यहां ओपीडी 600 मरीजों का हो जाता है। ऐसे में यहां पर मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिल पा रहा है।चिकित्सालय में ये पद है खाली : इस चिकित्सालय में 13 चिकित्सकों के पद स्वीकृत है। जिसमें 6 चिकित्सक कार्यरत है। इनमें शिशु रोग विशेषज्ञ, सर्जरी, एनेस्थीसिया, नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद खाली है। इसी तरह, नर्सिंग स्टाफ के 16 पद स्वीकृत है, जिसमें से 12 कार्यरत हैं। जिसमें से एक सीएमएचओ ऑफिस में, दो उदयपुर के भुवाणा यूसीएचसी में तथा एक विजयबावड़ी में प्रतिनियुक्ति पर लंबे समय से जमे हुए हैं। वहीं, फार्मासिस्ट के दो पद है, लेकिन दोनों पद खाली है। निशुल्क दवा वितरण केन्द्र में वैकल्पिक व्यवस्था कर दवाइयां वितरण की जा रही है। जांच केन्द्र में भी 5 पद स्वीकृत है, जिसमें से 2 पद खाली है। ऑपरेटर का भी एक पद खाली है। और तो और सरकार की महत्वपूर्ण योजना टीकाकरण के लिए एलएचवी के तीन पद स्वीकृत है, जिसमें से एक कार्मिक प्रतिनियुक्ति पर है।
इनका कहना है कोरोना के समय नर्सिंग स्टाफ की प्रतिनियुक्ति की थी। अब पुन: मूल पोस्टिंग के लिए आदेश जारी कर देंगे। फार्मासिस्ट के पद के लिए जल्दी ही आदेश करवाता हूं। डॉ. शंकर बामणिया, सीएमएचओ उदयपुर