READ MORE : उदयपुर में 544 में से केवल 64 पंचायतें ही ‘उजियारी’..इन आंकड़ोंं से सामने आई शिक्षा के उजास की हकीकत अजमेर ई टी सेल के व्याख्याता एवं प्रशिक्षण प्रभारी रवीन्द्र कुमार शर्मा ने उपस्थित दक्ष प्रशिक्षकों तथा संभागियों के स्वागत उद्बबोधन में कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण पद्धतियों, तकनीकों, विधाओं तथा डिजिटल टेक्नॉलाजी से अपडेट रहना होगा जिससे शिक्षार्थी व शिक्षक वर्ग लाभ उठा सकेंगे व राजस्थान राज्य शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बना रहेगा। सह प्रभारी एवं परिषद् के व्याख्याता हेमंत आमेटा ने बताया की इस प्रशिक्षण में राजस्थान के दस जिलों से 12 दक्ष प्रशिक्षक तथा सोलह जिलों के कुल 100 विषय विशेषज्ञों संभागियों को आमन्त्रित किया गया है जिसमें हिन्दी के 30 अंग्रेजी के 30 तथा संस्कृत के 15 व जयपुर मे आयोजित पूर्व प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहे विज्ञान, गणित व पर्यावरण विषय संभागियों को आमन्त्रित किया गया है। संस्थान के सहयोगी हरीश नरसावत ने प्रशिक्षण के प्रथम दिवस का ऐजेन्डा प्रस्तुत किया कि प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में संभागियों का पंजीयन, परिचय, पॉवर प्रेजेन्टेशन एवं वीडियो द्वारा दीक्षा परिचय लंच पश्चात द्वितीय सत्र में हैण्ड्स ऑन दीक्षा एप्प एवं टेक्सोनॉमी पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। दक्ष प्रशिक्षक नागौर से गोविन्द नारायण शर्मा, लीलाधर शर्मा, बूंदी से श्री राजेन्द्र शर्मा, जयपुर से निधि अजय पचीसिया, भवानीमंडी से श्याम प्रजापत, झुंझुनू से श्री रोहितांश भण्डिया, उदयपुर विद्याभवन से डॉ जयदेव पानेरी ने प्रथम दिवस का प्रशिक्षण दिया।