शक्ति नगर िस्थत सनातन मंदिर में हुए आयोजन में साइबर एक्सपर्ट कुशाल नाथ ने बताया कि ठगी करने वाले संदिग्ध खातों से व्यवसायी या अन्य लोगों के अकाउंट में राशि आती है तो वह राशि तो फ्रीज होती ही है, लेकिन आम लोगों को पुलिस जांच और अन्य कार्रवाई में वर्षों तक उलझना पड़ सकता है। ऐसे में जहां तक संभव हो जानकार आदमी से ही लेन-देन करना चाहिए। वर्तमान में शादियों का सीजन चल रहा है। ऐसे में ठग शादी के कार्ड की फाइलें सोशल मीडिया पर भेज रहे हैं। उन्हें खोलने से लोगों का फोन हेक हो रहा है और उनके खातों से राशि भी उड़ाई जा रही है। इससे बचने के लिए सोशल मीडिया के साथ ही अकाउंट, डिजिटल पैमेंट के एप आदि के पासवर्ड भी समय-समय पर बदलने चाहिए।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में हरीश चावला, गुरमुख कस्तुरी, विजय आहुजा, हेमंत गखरेजा, राजेश खत्री, स्वरूप तुलसीजा, सुरेश डोडेजा, चंद्रप्रकाश मंगवानी, हितेश तलरेजा, मनीष बेमला, जितेंद्र कालरा सहित बड़ी संख्या में शहरवासी मौजूद रहे।
यह रखें सावधानी
डिजिटल अरेस्ट करने वाले ठग आरबीआई, पुलिस, सीबीआई, नारकोटिक्स, इनकम टैक्स, कस्टम आदि के अधिकारी बनकर फोन करते हैं। ऐसे फोन आने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन से कन्फर्म करना चाहिए। क्योंकि किसी भी प्रकार की कार्रवाई से पूर्व संबंधित पुलिस स्टेशन को जानकारी दी जाती है। फोन के एप नियमित रूप से अपडेट करें। ठगी होने पर पुलिस की एप, साइबर क्राइम की एप और 1930 नंबर पर शिकायत जरूर दर्ज करवाएं।