करीब 7 लाख रुपए का भुगतान बकाया
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झाड़ोल पर धरती माता स्वयं सहायता समूह द्वारा कलेवा योजना के तहत प्रसुताओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा था, लेकिन चिकित्सा विभाग द्वारा पिछले 17 माह का करीब 7 लाख रुपए का भुगतान नहीं करने के कारण समूह ने गत 16 अक्टूबर से प्रसूताओं को आहार देना बंद कर दिया। समूह ने पूर्व में तीन बार भुगतान को लेकर आवेदन किया, लेकिन विभाग ने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं, चिकित्सा अधिकारी भी स्वयं सहायता समूह को शीघ्र भुगतान का आश्वासन देते रहे। समूह का कहना है कि भुगतान इतना बढ़ गया कि बाजार से दूध, दलिया, फल, हरी सब्जी आदि उधार लाकर प्रसूताओं को पौष्टिक आहार देना असंभव हो गया था। इस कारण पौष्टिक आहार देना बंद किया गया। इनका कहना है… स्वयं सहायता समूह को बजट के अभाव में भुगतान नहीं कर पाए थे। कुछ बजट आया है, समूह को भुगतान कर रहे है। प्रसूताओं को पौष्टिक आहार देना शीघ्र ही शुरू कर दिया जाएगा।
-डॉ. मुकेश गरासिया, ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी लगभग 17 माह से भुगतान नहीं दिया गया। इससे हमारी मुश्किलें बढ़ गई है। बाजार से व्यापारियों से उधार सामग्री लाना भारी पड़ रहा था। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत कराने पर भी भुगतान नहीं किया जा रहा है। बकाया भुगतान होने पर पौष्टिक आहार देना शुरू कर देंगे।
-दुर्गा देवी सुथार, धरती माता स्वयं सहायता समूह, कोल्यारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झाड़ोल पर कलेवा योजना के तहत प्रसूताओं को पौष्टिक आहार क्यों नहीं दिया जा रहा है। इस सम्बंध में जानकारी लेता हूं।
-अरविंद पोसवाल, जिला कलक्टर, उदयपुर