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उदयपुर

उन आंखों में थम नहीं रहे आंसू, जिन्हें जिंदगी में ‘सपनों पर भरोसा था

human story करंट ने छीनी बालिका की जिंदगी, सदमे में अपाहिज पिता

उदयपुरDec 01, 2019 / 12:35 am

Sushil Kumar Singh

उन आंखों में थम नहीं रहे आंसू, जिन्हें जिंदगी में 'सपनों पर भरोसा था

उन आंखों में थम नहीं रहे आंसू, जिन्हें जिंदगी में ‘सपनों पर भरोसा था

उदयपुर/ भाणदा. human story उन आंखों से आंसू रोके नहीं रुक रहे। सांत्वना के बावजूद वह बंद कमरे में बैठकर किस्मत को कोंस रहा है। वह रह-रहकर ऊपर वाले (भगवान) से हर बार एक ही सवाल कर रहा है कि ‘प्रारब्धÓ का तो पता नहीं, लेकिन उसके होश में इस जीवन में उसने कभी ऐसे अपराध नहीं किए, जिसकी उसे जीतेजी सजा मिल रही है। दु:खों से भरा कुछ ऐसा ही पहाड़ खेरवाड़ा उपखण्ड की ग्राम पंचायत भाणदा के रतनलाल की जिंदगी के लिए अभिशाप बन गया है।
हकीकत में दोनों पैरों से अपंग रतनलाल सालवी ने जिंदगी के शुरुआती दिनों से ही दु:खों से संघर्ष किया है। इस बीच वैवाहिक जिंदगी में आए रतनलाल को एक बेटी और दो बच्चों का सुख मिला, अभिशाप के तौर पर अपंगता से संघर्ष करते हुए रतनलाल ने जिंदगी में बहुत से सपने सजाए। गरीबी में रहकर भी उसने बेटी को परिवार में सबसे काबिल बनाने का संकल्प लिया। इसके लिए वह करीब 12 साल तक निजी विद्यालय में अस्थायी नौकरी करता रहा। किस्मत ने एक बार पलटा खाया और करीब 5 साल पहले सरकार के निर्धारित कोटे में आकर वह प्रबोधक बन गया। जिंदगी में बार-बार आ रहे बदलाव के बावजूद उसने बेटी नीलम सालवी (22) को पढ़ाने-लिखाने में कमी नहीं आने दी। उसने बेटी को बीएससी कराई। बाद में दो वर्ष तक बीएड भी कराई। इस बीच परिवार का पेट काटकर बेटी की पढ़ाई का खर्च उठाता रहा। अब होशियार बेटी निजी विद्यालय में शिक्षक की नौकरी के साथ में रीट की तैयारी कर रही थी, लेकिन रतनलाल की किस्मत में और कुछ ही लिखा था। उस पर दु:खों का पहाड़ टूट गया, जिस बेटी के लिए उसने सपने सजाए थे। वह दुर्भाग्य से 11केवी बिजली लाइन की चपेट में आकर जिंदगी को विदा कह गई। इधर, पूरे परिवार को रो-रोकर बुरा हाल है। अब पीडि़त पिता और अपंग रतनलाल किस्मत में लिखे को लेकर भगवान को कोंस रहा है। यह तक कह रहा है कि बेटी को छीनने की बजाए उसकी जिदंगी ले लेता। ताकि उसे यातना भी नहीं होती और बेटी उसकी जिंदगी जी लेती।
करंट से युवती की मौत
भाणदा. करंट की चपेट में आकर झुलसी युवती ने चिकित्सालय पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इससे पहले शुक्रवार शाम को नीलम पुत्री रतनलाल सालवी शुक्रवार देर शाम 11केवी बिजली लाइन की चपेट में आकर झुलस गई। उसे बेसुध हालत में चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां से गंभीर हालत में उसे उदयपुर रेफर किया गया। उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंपा। human story घटना के बाद से इलाके में शोक की लहर है।

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