Good News : उदयपुर एयरपोर्ट पर उबर की सर्विस शुरू, मनमाने किराए पर लगेगी लगाम
Good News : महाराणा प्रताप एयरपोर्ट उदयपुर पर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। उदयपुर एयरपोर्ट पर उबर की सर्विस शुरू, हो गई है। अब मनमाने किराए पर लगाम लगेगी। जानें पूरा मामला।
Good News : उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। अब उबर कंपनी ने यहां आधिकारिक रूप से सेवाएं शुरू कर दी हैं। इससे पहले एयरपोर्ट आने-जाने को लेकर कैब सर्विसेज के ड्राइवर जो मनमाना किराया वसूल रहे थे, उस पर लगाम लगेगी। साथ ही उबर एप पर जो किराया दिखेगा, वही यात्रियों से लिया जाएगा।
प्री पैड टैक्सी सर्विसेस लाइसेंस के लिए पूर्व में टेंडर किए थे आमंत्रित
उदयपुर एयरपोर्ट प्रशासन ने बताया कि शुक्रवार को उबर कंपनी ने अपनी सर्विस शुरू कर दी है। यात्री इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। उबर टैक्सी काउंटर सिटीसाइड के आगमन- निकास द्वार के पास स्थित है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से उदयपुर एयरपोर्ट पर प्री पैड टैक्सी सर्विसेस के लाइसेंस के लिए जनवरी में टेंडर आमंत्रित किए गए थे। इसके बाद अब उबर कंपनी को यहां सेवाएं शुरू करने का टेंडर मिला है। इससे यात्रियों को कैब सर्विसेस की सुविधा सीधे एयरपोर्ट से ही मिल सकेगी।
उदयपुर एयरपोर्ट से बस सुविधा भी है। कोई अगर टैक्सी या कैब नहीं करना चाहता है तो वह एयरपोर्ट से बस के माध्यम से शहर तक आ सकता है, लेकिन बस का नियमित समय है।
यात्रियों से हो रही थी मनमानी वसूली
उदयपुर एयरपोर्ट पर पिछले काफी समय से प्राइवेट कैब सर्विसेस के ड्राइवरों की मनमानी बढ़ गई थी। वे यात्रियों को ज्यादा राशि देने को मजबूर करते थे। एप के माध्यम से भी बुक कराने पर कोई भी प्राइवेट टैक्सी वाला इन कंपनियों के नाम से यात्रियों को बैठा लेता था और अधिक राशि की वसूली करता था।
बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने पत्रिका संग अपनी पीड़ा जाहिर की
राजस्थान पत्रिका ने गत 15 अप्रेल 2024 को ‘ओला-उबर के नाम पर यात्रियों से टैक्सी संचालकों की खुली लूट’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद यूजर्स के हित में सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित की। समाचार अभियान के बाद बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने पत्रिका के साथ अपनी पीड़ा जाहिर की। यूजर्स ने बताया कि उदयपुर सिटी से डबोक एयरपोर्ट और एयरपोर्ट से सिटी तक कैब बुक करवाने पर कैब चालक दर्शाए गए किराए से अधिक राशि की मांग करते हैं। मुंहमांगा किराया नहीं देने पर राइड केंसिल करने को कह देते हैं और यदि यूजर उनका मांगा किराया देने को तैयार भी हो जाता है तो भी यात्री के कैब में सवार होते ही उस पर राइड केंसिल करने का दबाव बनाते हैं। इसके बाद मामले को लेकर परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने मामले में कार्रवाई शुरू की।
असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने एसपी,आरटीओ को लिखा पत्र
असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कलक्टर, एसपी और आरटीओ को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद कलक्टर ने कैब संचालकों की बैठक लेकर नियमानुसार किराया वसूलने की हिदायत दी थी, ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। जिससे मनमानी वसूली पर अंकुश लगा। अब उबर की सेवाएं शुरु होने से यात्रियों को और राहत मिलेगी।