जानें स्थिति 1.24 करोड़ घरेलू बिजली कनेक्शन प्रदेशभर में है 1.10 करोड़ कनेक्शन के कुल पंजीयन की संभावना 85 लाख उपभोक्ताओं ने अब तक कराया पंजीयन 14 लाख से अधिक परिवार वंचित रहेंगे सब्सिडी से
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए – ऐसे घरेलू विद्युत उपभोक्ता, जिनकी खपत 100 यूनिट प्रतिमाह तक है। उनके बिलों के प्रभार सरकार वहन करेगी। बिल शून्य राशि का जारी होगा। – जिन उपभोक्ताओं की विद्युत खपत 100 यूनिट से अधिक और 200 यूनिट तक है, उनके पहले 100 यूनिट से संबंधित चार्ज निशुल्क होंगे।
– जिन उपभोक्ताओं की विद्युत खपत 200 यूनिट से अधिक है, उनका पहले 100 यूनिट पर विद्युत खर्च शून्य रहेगा। – पूर्व में 150 यूनिट तक बिजली खपत पर दी जा रही 3 रुपए व 151 से 300 यूनिट खपत पर 2 रुपए प्रति यूनिट की राहत को खत्म किया गया है।
– घरेलू प्री-पेड कनेक्शन की बिलिंग में टैरिफ सब्सिडी का समायोजन दैनिक आधार पर किया जाएगा। बिलिंग माह के अंत में राशि का समायोजन होगा। – नेट मीटरिंग वाले घरेलू उपभोक्ताओं को मासिक घरेलू नेट इम्पोर्ट 100 यूनिट तक होने पर राशि शून्य होगी।
– किसी माह विशेष में घरेलू उपभोक्ता की बिलिंग लॉक या प्रोविजनल होने के बाद अगले माह में वास्तविक बिल जारी होने पर समायोजन होगा। बिलों में सब्सिडी की गणित – वर्तमान में 50 यूनिट बिजली खर्च पर बिल 487 रुपए है, जो अब शून्य होगा
– वर्तमान में 100 यूनिट बिजली खर्च पर बिल 1527 रुपए है, जो शून्य हो जाएगा – वर्तमान में 200 यूनिट बिजली खर्च पर बिल 2020 रुपए है, जो 678 रु. रहेगा – वर्तमान में 350 यूनिट बिजली खर्च पर बिल 3500 रुपए है, जो 2850 रु. होगा
वाइके बोलिया, ऊर्जा सलाहकार व पूर्व एसइ नेट मीटरिंग वाले घरेलू उपभोकताओं के बिल में आयात-निर्यात तथा नेट उपभोग अलग-अलग दिखाना व केवल नेट यूनिट्स की ही बिलिंग होनी चाहिए। वर्तमान में आयात यूनिट्स की स्लेब अनुसार राशि डेबिट कर व निर्यात यूनिट्स के क्रेडिट करने की प्रक्रिया सही तरह से नहीं होने से विवाद हो रहा है। नेट यूनिट्स की बिलिंग व बिल में दिखाना सुनिश्चित होना चाहिए।