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Bisalpur Dam: बीसलपुर बांध के दो गेट ही क्यों खोले गए? जानें वजह…इस रूट से गंगा नदी में पहुंचेगा पानी

Bisalpur Dam: जयपुर, अजमेर और टोंक सहित कई अन्य जिलों की लाइफलाइन बीसलपुर बांध ओवरफ्लो हो गया। इसके बाद आज शुक्रवार को विधिवत पूजा करके दो गेट खोले गए हैं।

टोंकSep 06, 2024 / 01:43 pm

Lokendra Sainger

Bisalpur Dam: राजस्थान के कई जिलों की जनता के लिए शुक्रवार सुबह-सुबह खुश करने वाली खबर आई है। जयपुर, अजमेर और टोंक सहित कई अन्य जिलों की लाइफलाइन बीसलपुर बांध (Bisalpur Dam) 5 साल बाद फिर ओवरफ्लो हो गया। इसके बाद शुक्रवार सुबह 11 बजे बांध का हूटर बजा और आसपास के इलाकों में अलर्ट किया गया। फिर जलसंसाधन मंत्री सुरेश रावत (Minister Suresh Rawat) ने विधिवत पूजा अर्चना की और बांध के 2 गेट खोलने के लिए बटन दबाया।
दरअसल, बीसलपुर बांध ओवरफ्लो होने के बाद इसका अधिकतम गेज 350.50 मीटर पर पहुंच गया। इसके बाद जलसंसाधन मंत्री ने विधिवत पूजा अर्चना कर बांध के 2 गेट खोलने के लिए बटन दबाया। जानकारी के मुताबिक बांध से आज 12 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
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बीसलपुर बांध से पानी छोड़े जाने से पहले हीं जिला कलेक्टर ने बांध की डाउन स्ट्रीम यानि की बनास नदी के बहाव क्षेत्र के आसपास बसे गांवो के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया था। साथ हीं पानी के बहाव वाले क्षेत्रों में मुनादी भी कराई गई। बीसलपुर बांध के गेट खोले जाने से पहले सायरन भी बजाया गया। सायरन की आवाज़ कई किलोमीटर दूर तक स्थित गाँवो में भी सुनाई दी। बीसलपुर बांध से गेट खोले जाने केअद्भुत नज़ारे को देखने के लिए हज़ारो की तादाद में भीड़ भी उमड़ी जिसे मैनेज करने में जिला प्रशासन और पुलिस को खासी मशक्क़त करनी पड़ी।

ये पानी गंगा नदी में जाकर मिलेगा

बताया जा रहा है कि अभी तक बांध में केवल इतना ही सरप्लस पानी है जिसे 2 गेट से निकाला जा सकता है। अगर लगातार ऐसे ही बारिश होती रही और त्रिवेणी नदी से पानी की आवक जारी रही तो अगले कुछ दिनों में और भी गेट खोले जा सकते हैं। फिलहाल बांध के गेट एक-एक मीटर तक खोले गए हैं। इनसे 12 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की जाएगी। पानी के एक्सपर्ट के अनुसार बांध से छोड़ा गया पानी बनास नदी, युमना नदी से गंगा नदी में जाकर मिलेगा, जोकि अंत में बंगाल की खाड़ी तक पहुंचेगा।
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पहली बार सितंबर में खुले गेट

आपकी जानकारी के लिए बता दें बीसलपुर बांध इससे पहले छह बार लबालब हो चुका है, लेकिन हर बार इसके गेट अगस्त में ही खोले गए थे। यानी बीसलपुर बांध के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सितंबर में इसके गेट खोले गए हैं। बांध के इतिहास में सितंबर में पहली बार गेट खोले जाना अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड बन गया है।
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गौरतलब है कि बीसलपुर बांध के वर्ष 2022 में सर्वाधिक गेट खोले गए हैं। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और अब तक 315.50 आरएल मीटर पानी आ चुका है। ऐसे में बांध अपनी क्षमता का लगभग 100 फीसदी भर गया है। जिस रफ्तार से पिछले दो दिन से बांध में पानी आ रहा है और यही रफ्तार रही तो बांध के सभी गेट खोले जा सकते हैं।

बीसलपुर बांध के लबालब होने की तिथियां

18 अगस्त 2004
25 अगस्त 2006
19 अगस्त 2014
10 अगस्त 2016
19 अगस्त 2019
26 अगस्त 2022
06 सितंबर 2024

जयपुर, अजमेर और टोंक की लाइफलाइन है बांध

बीसलपुर बांध के सितंबर में गेट खुलने से किसानों को फायदा होगा। उन्हें सिंचाई के लिए पानी मिल सकेगा। साथ ही, इससे जयपुर, अजमेर और टोंक के शहरी और कई ग्रामीण इलाकों में पेयजल की आपूर्ति भी सुनिश्चित होगी। फिलहाल अच्छी बारिश हो रही है, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बांध के गेट अगले कुछ घंटे तक खुले ही रहेंगे।

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