इससे गुस्साएं दर्जनों विद्यार्थियों ने गुरुवार को स्कूल के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल की कक्षाएं ठप हो गई। सूचना पर पहुंचे शिक्षा विभाग, प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने विद्यार्थियों से समझाइश की। विद्यार्थी करीब पांच घंटे बाद सकारात्मक कार्रवाई व शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को सूचना देने के बाद धरने से उठे, लेकिन अपने प्रधानाचार्य व शिक्षक के स्थानान्तरण के विरोध में शुक्रवार को एक भी विद्यार्थी स्कूल नहीं पहुंचा।
स्कूल अवधि में शाला समिति की बैठक आयोजित की गई, लेकिन इसमें भी कोई ग्रामीण व सदस्य नहीं आया। इसके बाद शिक्षकों ने अभिभावकों व बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित किया गया। समझाइश के बाद शाला समिति के सदस्यों ने भी बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित किया।
ग्यारहवें दिन भी कार्यों का किया बहिष्कार
निवाई. स्थानीय न्यायालय के बाहर अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी के खिलाफ पेन डाउन हड़ताल पर रहकर कार्यालय के बाहर नारेबाजी करके विरोध प्रदर्शन किया। एडवोकेट बनवारीलाल यादव ने बताया कि उपखंड अधिकारी जेपी बैरवा न्यायालय में मनमानी करते है, जिससे सभी अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है, जिसको लेकर ग्यारह दिन से अधिवक्ता पेन डाउन हड़ताल पर है।
इस अवसर पर पूर्व बार अध्यक्ष सीताराम शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, रामबाबू शर्मा, एडवोकेट बनवारीलाल यादव, किशनलाल सैनी, भंवरलाल तिवारी सहित कई अधिवक्ता मौजूद थे। उधर, उपखण्ड अधिकारी जेपी बैरवा ने इस बारे में बताया कि अधिवक्ताओं द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है।