read more: बुक लवर डे: लोक व ललित कला सौन्दर्य की मर्मज्ञ है डॉ अन्नपूर्णा शुक्ला ग्रामीणों की सहायता से प्रशासन ने मशक्कत कर टूटी पाळ में लोहे की चद्दर लगा मिट्टी से भरे कट्टे लगा पानी रोकने की वैकल्पिक व्यवस्था की। इसी प्रकार चतरपुरा गांव के समीप एनिकट में ग्रामीणों की सहायता से शाम तक रिसाव रोकने का प्रयास जारी रहा। कस्बे में छोगा लाल रैगर व कांटोली गांव में नन्दू कुम्हार व सुरेश दाधिच का कच्चा मकान ढह गया।
read more:video: विधायक हरीश चन्द्र मीणा ने टॉय टे्रन सहित विकास कार्य का किया लोकार्पण पानी से गुजर रहे विद्यार्थीलाम्बाहरिसिंह. क्षेत्र के चतरपुरा गांव में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के समीप बने निजी नाडा का छलका पानी रास्ते में भर गया। इससे विद्यार्थियों को रास्ते में भरे पानी से गुजरने पर विवश होना पड़ रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों ने पंचायत प्रशासन से समस्या निस्तारण करने की मांग की है।
सरपंच रामप्रसाद रैगर ने बताया कि यूपीएस विद्यालय पास बना नाडा में चादर नहीं बना हुआ है। इससे पानी से भरकर बाहर निकला पानी विद्यालय के रास्ते में भर जाता है, इससे विद्यालय जा रहे विद्यार्थियों को हादसे का अंदेशा है।
निकासी के अभाव में खेतों में भरा पानी
बनेठा. क्षेत्र के गोठड़ा के भानपुरा डामरीकृत सडक़ के निर्माण कार्य के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग के ठेकेदार व अधिकारियों की अनदेखी के कारण दो किलोमीटर सडक़ के मध्य पानी निकासी के लिए रपटा व पुलिया नहीं बनाए जाने से खेतों में बरसात का पानी भरा हुआ है।
गोठड़ा निवासी श्रीकिशन बैरवा ने बताया कि एक वर्ष पूर्व सार्वजनिक निर्माण विभाग के ठेकेदार ने गोठड़ा से भानपुरा 2 किलोमीटर डामरीकृत सडक़ का निर्माण किया था। इसके मध्य में कई भी पानी निकासी के लिए रपटा व पुलिया एवं नाले नहीं बनाए गए। इससे बरसात के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है।