read more:मालपुरा में कर्फ्यू से आवागमन हुआ प्रभावित, जयपुर से भीलवाड़ा व उदयपुर की बसों का मार्ग किया परिवर्तित वहीं कस्बे में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन की ओर से सार्वजनिक मुनादी कर कफ्र्यू लगाया गया। वहीं दिनभर कस्बे में अधिकारी व पुलिस गश्त करती रही। वहीं पथराव के मामले में पुलिस ने अब तक दो बाल अपचारियों को निरुद्ध किया। वहीं पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज संजीव कुमार निर्जरी ने मालपुरा पहुंच कर घटनास्थलों का मुआयना कर कस्बे में कानून व्यवस्था को लेकर अधिकारियों से वार्ता की।
read more:video: मालपुरा में धार्मिक जुलुस पर पथराव व बलपूर्वक रावण दहन की हिन्दू समुदाय ने की निंदा, विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन मंगलवार शाम को हुई घटना के बाद विधायक कन्हैया लाल चौधरी के नेतृत्व में लोगों ने थाने के मुख्य द्वार के सामने धरना शुरु किया था, जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइश करने का प्रयास किया, लेकिन नागरिकों के आक्रोश के आगे वार्ता सफल नहीं हो पाई।
धरने में बैठे लोगों ने आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने व उपखण्ड अधिकारी के स्थानान्तरण करने की मांग किए जाने के बाद एडवोकेट राजकुमार जैन व उपजिला प्रमुख अवधेश शर्मा, जिला परिषद सदस्य रामचंद्र गुर्जर, एडवोकेट रवि कुमार जैन, रामजीलाल शर्मा, दिनेश विजय, राजेन्द्र राजपुरोहित, विनय जैन, योगेश गोवला सहित प्रतिनिधि मण्डल के सदस्यों ने जिला कलक्टर किशोर कुमार शर्मा व जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू, एएसपी गोरधन लाल सौंकरियां, एसडीओ अजय आर्य के साथ दोनों मांगों को लेकर वार्ता की, जिस पर जिला कलक्टर ने बताया कि पत्थरबाजी का मुख्य आरोपी निरुद्ध कर लिया गया है।
read more:जगह जगह रावण के पुतलों का दहन, जो नहीं बिके उनके साथ हुआ ऐसा हश्र तथा स्थानांतरण के मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत करवाने का आश्वासन दिया। इसके पश्चात दूसरे दौर की वार्ता में विधायक कन्हैया लाल चौधरी के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल व दशहरा महोत्सव व रामलीला आयोजन समिति के सदस्यों ने दोबारा मांगोंं के सम्बंध में अधिकारियों से वार्ता की तथा धरने को स्थगित करने की घोषणा कर रात को ही रावण दहन पर सहमति जताई, लेकिन बाद बाहर धरने पर बैठे हिन्दूवादी संगठनों के लोगों ने रात को रावण दहन करने वाली बात को नकारते हुए बुधवार को विधिवत रूप से रावण दहन करने की बात रखी।
काफी समय तक चली समझाइश के दौर के बाद भी सहमति नहीं बनने पर संगठन के कार्यकर्ता धीरे- धीरे धरनास्थल से कम होने लगे।र प्रशासन की ओर से तडक़े चार बजे भारी पुलिस जाप्ते के साथ नगरपालिका कर्मचारियों से रावण का दहन करवाया गया।
वहीं जिला कलक्टर ने बताया कि शहर में शांति एवं कानून व्यवस्था कायम है तथा स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। मामले में अब तक दो आरोपितों को निरुद्ध किया गया है।
इंटरनेट सेवा रही बाधित:- शहर में तनाव के बाद से ही प्रशासन द्वारा सोशल मिडिया पर अनावश्यक खबरों को रोकने के लिए कस्बे में मंगलवार रात्रि एक बजे से गुुरुवार शाम 6 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखी जाने की घोषणा की गई है। वहीं इंटरनेट बंद होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
एसटीएफ व वज्र टीम पहुंची:-सुरक्षा को लेकर शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एएसपी गोरधनलाल सोकरिया, बीसलपुर परियोजना के अधिकारी शंकरलाल सैनी सहित टोडारायसिंह उपखण्ड अधिकारी डॉ सूरज सिंह नेगी, निवाई उपखण्ड अधिकारी सहित वृत के सभी थाना प्रभारी मय जाब्ते, निवाई, पीपलू, देवली के थाना प्रभारियों, दो आरएसी बटालियान, वज्र व एसटीएफ के जवानों को तैनात किए गए।
घरों में रहने की दी चेतावनी:- पुलिस ने शांति व्यवस्था को लेकर रावण दहन के बाद सुबह पांच बजे माइक से कर्फ्यू लगाए जाने की घोषणा किए जाने के बाद दिनभर गश्त करते हुए पुलिस ने लोगों को अपने घरों में रहने की चेतावनी दी। लोग जैसे ही घरों के बाहर बैठते पुलिस उनको अपने घर के अन्दर बैठने की हिदायत देती रही।