read more: कोटा से गिरफ्तार आरोपी महिलाओं से 2 लाख के चोरी के आभूषण बरामद उन्होंने पीएम ओनवीन्द्र पाठक को निर्देश दिए कि अनुपस्थित चिकित्साधिकारियों को नोटिस देकर जवाब मांगा जाए। कलक्टर ने वार्डों का निरीक्षण किया तथा चिकित्सा व्यवस्था के बारे में मरीजों तथा उनके परिजनों से वार्ता की। उन्होंने पूछा कि अस्पताल में व्यवस्था किस प्रकार की है। कहीं कोई असुविधा तो नहीं है।
read more:एम्बुलेंस के अभाव में तड़पते रहे घायल तीन न्यायिक अधिकारी,गंभीर हालत में किया जयपुर रैफर उनके साथ अतिरिक्त जिला कलक्टर आनंदीलाल वैष्णव भी थे। दोनों पहले सआदत पहुंचे और बाथरूम तथा शौचालय में गंदगी देख नाराज हो गए। उन्होंने तत्काल सफाई के निर्देश दिए। साथ ही बेड पर गंदी बेडशीट को समय पर धुलवाने को कहा। साथ ही अस्पताल में समय-समय पर सफाई के निर्देश दिए।
एक कम्पाउण्डर, दो दर्जन ढाणी
राजमहल. कस्बे का राजकीय पशु चिकित्सालय में कर्मचारियों के अभाव के कारण पशुुपालकों को पशुओं के उपचार के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां कार्यरत पशु चिकित्सक पिछले कुछ दिनों से अगले 6 माह के लिए छुट्टियों पर चले जाने के कारण पशु पालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
read more:कलक्टर ने त्योहारों को साम्प्रदायिक सौहार्द एवं भाईचारे के साथ मनाने का आह्वान किया पशु पालकों ने बताया कि पशु चिकित्सालय में नियुक्त एक मात्र महिला कंपाउंडर के भरोसे यहां का पशु चिकित्सालय है, जो अधिकांशत: टीकाकरण आदि में व्यस्त रहते हैं, जिससे पशुओं के उपचार के लिए लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां के राजकीय पशु चिकित्सालय के अधीन राजमहल व गांवड़ी पंचायत का क्षेत्र आता है, जिसमें लगभग दो दर्जन गांव व ढाणियां है। ऐसे में चिकित्सालय में बीमार पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है। वहीं उपचार के लिए चिकित्सकों का इंतजार करना पड़ रहा है।
भवन का अभाव-
कस्बे का पशु चिकित्सालय भवन महज एक कमरे में संचालित है। जहां पशुओं को ठहराने के लिए भी जगह का अभाव है। बारिश के दौरान भवन में पानी भर जाता है। इससे दवाइयां खराब हो जाती है।