ज्ञापन में बताया कि गत दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में पेयजल उपभोग का कोई शुल्क नहीं लेने की घोषणा की थी। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र के बिल एक अप्रेल 2019 से छूट देकर दिए जा रहे है।
read more: आरोपी ने पुलिस रिमाण्ड में बताई अपनी कारगुजारी, डाटा बदलकर करता था फाइनेंस दस्तावेजों में हेराफेरी जबकि शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को आज भी बिना छूट वाले बिल दिए जा रहे है। ज्ञापन में बताया कि जलदाय विभाग की ओर से गत वर्षों में कभी भी मीटर की रीडिंग चैक नहीं की गई।
वहीं कनेक्शन के समय लगाए गए अधिकतर मीटर खराब पड़े है, जिन्हें मरम्मत करने व बदलने की कवायद जलदाय विभाग ने कभी नहीं की। ऐसे में देवली शहर के उपभोक्ताओं को पेयजल छूट का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
read more:बजरी खनन पर एसआईटी की बड़ी कार्रवाई, 23 वाहन जब्त कर एक दर्जन से अधिक को किया गिरफ्तार ज्ञापन में बताया कि देवली शहर में गत अप्रेल माह से दो दिन में एक बार जलापूर्ति हो रही है। जिससे कि लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञापन में शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को भी पेयजल छूट का लाभ दिलाने की मांग की गई। ज्ञापन देने में पालिका उपाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह चौधरी, उमाशंकर खुटेटा, जसवंत सिंह, शिवजीराम प्रतिहार, शिखरचंद, गजानंद मेघवाल, शिवराज, भागचंद जैन शामिल थे।
read more:छेड़छाड की शिकायत पर समय रहते पुलिस करती कार्रवाई तो नाबालिग को नही खाना पड़ता विषाक्त गोपालपुरा को नासिरदा पंचायत में रखा जाएंदेवली. राजस्व ग्राम गोपालपुरा को नासिरदा पंचायत में यथावत रखने की मांग को लेकर बुधवार को ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार त्यागी को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया कि गोपालपुरा वर्षों से नासिरदा पंचायत में शामिल है।
भौगोलिक लिहाज से गोपालपुरा की नासिरदा से महज 2 किमी. दूरी है, जो कि सुविधाजनक है। ऐसे में गोपालपुरा गांव नासिरदा पंचायत में रखनेे पर सभी सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल सकेगा। ज्ञापन देने में सत्यनारायण धाकड़, दुर्गालाल, छोटूराम, मानाराम, बजरंग, कैलाश, हेमराज, हरजी आदि शामिल थे।