पुलिस के अनुसार बजरंग दल व शिव कावड़ यात्रा समिति की ओर से बीसलपुर से कावड़ में जल लेकर कावड़ यात्रा जुलूस के रूप में घाणा के बालाजी मन्दिर के लिए आ रही थी। तभी अचानक टोडारायसिंह रोड पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने कावड़ यात्रियों पर पथराव कर दिया। अचानक हुए हमले से कावडिय़ों में हडक़म्प मच गया। कावडि़ए अपनी जान बचाकर भागने लगे। पथराव में राकेश, सुरेश, ओमप्रकाश, राकेश, महेश, रूपचन्द, अजय, राजू, सीताराम, अजयसिंह, नरेन्द्र, हरिओम, मुकेश कुमार सहित एक दर्जन से अधिक कावडि़ए घायल हो गए, जिन्हें तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भर्ती कराया गया।
इस दौरान पुलिसकर्मी भी जान बचाकर भाग छूटे, शहर में कावड़ यात्रा निकाले जाने की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस प्रशासन की ओर से कावड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त नहीं होने के चलते वारदात हुई। कावड़ यात्रा के लिए के साथ मात्र पुलिस की गाड़ी में पांच-छह जवान साथ चल रहे थे तथा पथराव के साथ वो भी अपनी जान बचाकर भाग छूटे। घटना के दो घंटे तक भी पर्याप्त पुलिस जाब्ता नहीं पहुंचने से माहौल तनावपूर्ण रहा।
एसपी मौके पर पहुंचे टोंक से पुलिस अधीक्षक योगेश दाधीच मौके पर पहुंच गए। दाधीच मौके पर पुलिस को आवश्यक निर्देश दिए। इस बीचआरएसी मालपुरा पहुंच गई है।टोडारायसिंह रोड पर धानोता के पास कुछ कावडि़ए फंसे होने की सूचना पर पुलिस मौके के लिए रवाना हो गई। इस दौरान एक वाहन को और फूंक दिया। पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा देर शाम कुछ लोगों ने बस स्टैण्ड स्थित एक कैबिन को भी फूंक दिया। इस बीच पुलिस ने मौके पर जमा भीड़ को खदेड़ कर हटाया। देर शाम तक कस्बे के चप्पे-चप्पे पर पुलिस व आरएसी के जवान तैनात हैं।