सर्वाधिक बिजली चोरी वाले इलाकों को चिन्हित किया बिजली चोरी को रोकने व इससे निपटने के लिए विद्युत वितरण निगम ने शहर में सर्वाधिक बिजली चोरी वाले इलाकों को चिन्हित किया है। जहां प्रशासन और पुलिस के सहयोग से कार्रवाई की जाएगी। निगम का मानना है कि बिजली खपत मीटर के माध्यम से होती तो इसका दुरुपयोग नहीं होता। सीधे लाइन पर तार डालकर बिजली अन्य उपयोग में ली जा रही है।
ट्रांसफार्मर पर बढ़ गया दबाव सर्दी समेत अन्य दिनों में बिजली की प्रति दिन 32 से 34 लाख यूनिट खपत होती है। इस बार गर्मी अधिक होने पर कूलर और एसी दिनरात चले। गर्मी ने भी रेकॉर्ड तोड़ दिया। 25 से 30 मई तक तापमान 48 डिग्री से ऊपर पहुंच गया। ऐसे में एसी तक फेल हो गए। कई जगह उपकरण जल भी गए। ऐसे में ट्रांसफार्मर पर दबाव बढ़ गया। क्षमता से अधिक बिजली खपत पर ट्रांसफार्मर में आग लग गई।
नगर परिषद की लापरवाही से जल रही लाइट नगर परिषद रोड लाइट पर करोड़ों रुपए के टंडर जारी कर रही है। लेकिन इस राशि का सदुपयोग नहीं हो रहा है। कारण है कि कहीं रोड चालू नहीं है तो कहीं रोड लाइट दिनभर चलती रही है। विद्युत वितरण निगम की बिजली खपत में नगर परिषद 15 प्रतिशत का नुकसान कर रही है। नगर परिषद ने शाम को बिजली चालू करने और सुबह बिजली बंद करने की व्यवस्था ही नहीं कर रखी।
बालकनी में ही लगा दी रोड लाइट, अब हो रही चोरी: शहर के लोगों के साथ-साथ बिजली चोरी में बड़ा सहयोग नगर परिषद का भी रहा। निगम के अभियंताओं ने बताया कि नगर परिषद ने शहर के 18 हजार पोल पर तो रोड लाइट लगा ही रखी है। लेकिन शहर के कई घरों के बाहर छज्जों या बालकनी तक पर रोड लाइट लगा दी है। ऐसे में वहां लगे रोड लाइट की केबिल से बिजली चोरी करना आसान हो गया है।
फैक्ट फाइल…. - जिले में उपभोक्ता- 289765
- घरेलू कनेक्शन-239624
- कॉमर्शियल कनेक्शन- 18000
-कृषि कनेक्शन- 28000
अभियान चलाएंगे - खपत बढऩे का कारण बिना मीटर सीधे बिजली लेना है। उपभोक्ताओं से अपील है कि वे मीटर के माध्यम से ही बिजली का उपयोग करे। इससे ट्रांसफार्मर पर पडऩे वाले दबाव का पता चल जाता है। बिजली चोरी को रोकने के लिए प्रशासन व पुलिस के साथ अभियान चलाएंगे।
युवराज आसीवाल, अधीक्षण अभियंता टोंक