शहर की पेयजल व्यवस्था का मुख्य आधार जामनी नदी बरीघाट का जलाशय में पिछले पांच सालों के मुकाबले इस साल पानी की बेहतर स्थिति है। इससे तय है कि इस गर्मी में शहरवासियों को पेयजल संकट से नहीं जूझना पड़ेगा। अभी भी 1.४ मिलियन क्युबिक एमसीएम पानी लाइव स्टोरेज मौजूद है।
बरी घाट पर दो फिल्टर प्लांट लगे है। १२.६५ एमएलडी प्लांट और दूसरा ३.३५ एमएलडी प्लांट बना है। यहां से एक दिन छोडक़र ५५ लाख लीटर पानी सप्लाई किया जा रहा है। नगर की आठों टंकियों को भरा जाता है। इससे नगर के १३ हजार से अधिक उपभोक्ताओं को पानी दिया जाता है।
पिछले वर्ष २०२३ जून में बरीघाट प्लांट खाली हो गया था। शहर की पानी सप्लाई में कमी आने लगी थी। नगरपालिका, कलेक्टर और जल संसाधन विभाग के पीएस ने उप्र के पीएस से मुलाकात करके एक एमसीएम (एक अरब लीटर) पानी उप्र मप्र के राजघाट बांध से मांगा गया था। उसके बाद शहर की प्यास बुझ पाई थी।
1.४ मिलियन क्युबिक एमसीएम पानी उपलब्ध
१२.६५ एमएलडी प्लांट
३.३५ एमएलडी प्लांट
५५ लाख लीटर पानी सप्लाई रोज
१३००० से अधिक उपभोक्ता
२.७३ लाख लीटर हनुमान चालीसा टंकी
४.५४ लाख लीटर बानपुर दरवाजा गायत्री मंदिर टंकी
४.४५ लाख लीटर सिविल लाइन टंकी
४.५४ लाख लीटर कलेक्ट्रेट के सामने टंकी
९ लाख लीटर गंजीखाना टंकी
९ लाख लीटर ढोंगा टंकी
६.८१ लाख लीटर पुरानी टेहरी टंकी
४ लाख लीटर पानी ऊपर की सडक़ की टंकी
बरी घाट डैम का भराव ६ हजार मीटर लंबाई, ६० मीटर चौड़ाई और ४ मीटर गहराई है। अभी हाल में १.४ मिलियन क्युबिक एमसीएम पानी स्टोरेज है। जून महीने में एक एमसीएम पानी उप्र और मप्र के राजघाट डैम से लिया था। अब इस बार पानी लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ओवर फ्लो होने वाले पानी को स्टोरेज करने एक फिट दीवार बनाई जाएगी।
अनिल कुमार श्रीवास्तव, जल प्रदाय अधिकारी नगरपालिका टीकमगढ़।