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टीकमगढ़

अतिशय क्षेत्र बंधा महोत्सव में घट यात्रा के साथ निकली रथ यात्रा

अतिशय क्षेत्र बंधा में निर्वाण महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

टीकमगढ़Apr 09, 2019 / 07:39 pm

akhilesh lodhi

 Flag hoisting ceremony

Flag hoisting ceremony

टीकमगढ़.अतिशय क्षेत्र बंधा में निर्वाण महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान जैन समाज के लोगों द्वारा घट और रथ यात्रा निकाली गई। भगवान का अभिषेक शांतिधारा एवं नित्यम पूजन के साथ 1008 कलशों से महामस्तकाभिषेक किया गया। इसके साथ ही निर्वाण महोत्सव में निर्वाण लड्डू चढाया गया। इसके साथ ही प्रवचन किए गए।
अतिशय क्षेत्र बंधा महोत्सव में आर्यका मां गरिमा मति माताजी एवं प्रसन्न मति माता के संसघ सानिध्य में अजितनाथ भगवान का अभिषेक शांतिधारा एवं नित्यम पूजन के बाद ध्वजारोहण किया गया। इसके बाद अजितनाथ विधान प्रारंभ हुआ। आर्यका मां द्वारा मंगल देशना सुनाई गई। उन्होंने प्रवचन में कहा कि मैंने अपने जीवन काल में अनेक तीर्थ क्षेत्र एवं अतिशय क्षेत्रों के दर्शन किए हैं। लेकिन अतिशय क्षेत्र बंधा अपने आप में अनोखा क्षेत्र है। यहां पर विराजमान अजितनाथ भगवान की प्रतिमा बहुत ही चमत्कारी एवं अतिशय कारी है। अजितनाथ भगवान का आकर्षण भक्तों को यहां से जाने से रोकता है। अतिशय क्षेत्र बंधा एक ऐसा क्षेत्र है जहां एक वर्ष में एक हजार से भी अधिक शांति विधान भक्तों द्वारा किए जाते हैं। शाम को संगीतमय आरती की भव्य प्रस्तुति की गई।
आज होगा विधान का होगा समापन
बंधा अध्यक्ष मुरली जैन ने बताया कि 10 अप्रैल की सुबह 6.30 बजे भगवान का अभिषेक शांतिधारा एवं पूजन किया जाएगा। इसके साथ ही विधान का समापन किया जाएगा। कार्यक्रम में दोपहर 1 बजे से अजितनाथ भगवान भौयरे वाले बाबा का 1008 कलशों से महामस्तकाभिषेक किया जाएगा। इसके साथ ही दोपहर 2 बजे से अजित नाथ भगवान का निर्वाण महोत्सव मनाया जाएगा। भगवान अजितनाथ शिखर सम्मेद के पर्वत से निर्वाण को प्राप्त हुऐ थे। अभिनंदन जैन ने बताया कि महोत्सव में रथ यात्रा का आयोजन होगा। जो मंदिर प्रांगण से वेदी स्थल तक जाएगा। जहां पर श्रीजी का अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद आर्यका मां की मंगल देशना होगी।

हजारों वर्ष पुरानी है अजितनाथ की प्रतिमा
अतिशय क्षेत्र बंधा में विराजमान अजितनाथ भगवान की प्रतिमा हजारों वर्ष पुरानी है। अजितनाथ भगवान की प्रतिष्ठा सम्वत 1199 ईसवी में हुई थी। आचार्य भगवन विद्यासागर महामुनि राज का अतिशय क्षेत्र बंधा की पावन धरा पर मंगल आगमन हुआ था।आचार्य भगवन के आगमन के साथ ही अतिशय क्षेत्र बंधा का नाम देश के प्रमुख क्षेत्रों की सूची में जुड़ गया है।

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