जिला अस्पताल से बैकुंठी तक वन साइड के सडक़ के ११७ गड्ढे और बैकुंठी से जिला अस्पताल तक के १०५ गड्ढे मिले। जिसमें छोटो की संख्या दर्ज नहीं है। सबसे बड़े गड्ढे एक दर्जन से अधिक है। जिसमें आम जन गिर कर चौटिल हो सकते है। नया बस स्टैंड से लखौरा रोड तक के गड्ढों का मरम्मत कार्य चल रहा है। लेकिन जिम्मेदारों ने गड्ढे करके कार्य को छोड़ दिया है।
मऊचुंगी निवाी पीयूष खरे और लक्ष्मी रजक ने बताया कि शहर की सडक़ें खराब हो गई है। शिकायतों पर सडक़ों का सुधार कार्य किया जा रहा है। सडक़ों का मटेरियल खोदकर मंदिर द्वार और सडक़ किनारे रख दिया है। उनके ढेरों पर सडक़ों पर चलने वाले टकरा कर गिर रहे है।
शुक्रवार की दोपहर एक बजे से शुरू हुई बारिश से मौसम ठंडा तो हो गया, मगर शहर की सडक़ ों पर गड्ढे तालाब बन गई। तेज बारिश ने नगरपालिका और जिला प्रशासन के विकास कार्यो पर फि र प्रश्न चिंह लगाने लगे है। गड्ढों में ऑटो, ई-रिक्सा और बाइक जाते ही चालक गिरकर पानी में डूबकी लगा रहे है।