बता दें कि मार्केटा वांड्राउसोवा 2019 के फ्रेंच ओपन में भी फाइनल तक पहुंची थीं, लेकिन उन्हें खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। चेक स्टार वांड्राउसोवा इस बार फाइनल मुकाबले में एक अलग ही इरादे के साथ कोर्ट पर उतरीं और ओन्स जेब्योर को सीधे सेटों में हराकर पहली बार खिताब को अपने नाम किया।
वांड्राउसोवा ने जीता फैंस का दिल
वहीं ट्यूनीशिया की 28 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी ओन्स जेब्योर की बात करें तो यह दो साल में उनका यह तीसरा ग्रैंड स्लैम फाइनल था। फैंस को पूरी उम्मीद थी कि वह इस बार खिताब जीतने में जरूर सफल होंगी। लेकिन, एक बार फिर उन्हें फाइनल में नाकामयाबी हाथ लगी। वहीं, 1963 में प्रसिद्ध बिली जीन किंग के बाद विंबलडन में पहली गैर वरीय महिला फाइनलिस्ट बनकर वांड्राउसोवा ने टेनिस फैंस का दिल जीत लिया है।