6 बार की युगल ग्रैंड स्लैम विजेता सानिया मिर्जा ने हाल ही एक इंटरव्यू में अपने डिप्रेशन के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि बीजिंग ओलंपिक 2008 से बाहर होने के बाद वह डिप्रेशन में थीं। साथ ही उन्होंने बताया कि वह बिल्कुल ठीक हुआ करती थीं और फिर उनकी आंखों में आंसू आ जाते थे। सानिया मिर्जा ने बताया कि वह एक महीने तक खाना खाने के लिए भी बाहर नहीं आई थीं। सानिया ने बताया कि उन्हें लगा था कि अब वह दोबारा टेनिस नहीं खेल पाएंगी।
सानिया मिर्जा की उस वक्त उम्र 20 साल थी। उन्होंने कहा कि 20 साल की खिलाड़ी के लिए यह बहुत बड़ा झटका था। साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी कलाई की चोट काफी गंभीर थी और वह वापसी करने में सक्षम नहीं थी। सानिया ने बताया कि वह पूरी तरह से टूट गई थीं। जब सानिया की कलाई की सर्जरी हुई और तब और ज्यादा बुरा लगने लगा, जब उन्हें लगा कि उन्होंने खुद को अपने परिवार को नीचे दिखाया है। साथ ही सानिया को लगने लगा था कि उन्होंने अपने देश का मान गिराया है क्योंकि वह ओलंपिक से बाहर हो गई थीं।
सानिया मिर्जा ने कहा कि डिप्रेशन से उबरने में परिवार ने उनकी मदद की और सही दिशा दिखाई। सानिया ने कहा कि वह 6-8 महीने तक टेनिस नहीं खेल पाई थीं। इसके बाद उन्होंने वापसी की और उस साल भारत में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में दो पदक जीते।बता दें कि सानिया मिर्जा ने एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स और एफ्रो-एशियन गेम्स में कुल 14 मेडल जीते हैं। साथ ही वह 6 ग्रैंड स्लैम भी जीत चुकी हैं।