scriptमिताली राज के बाद अब रोहन बोपन्ना हुए सिस्टम के सुस्ती का शिकार | rohan bopanna hits out from arjun award | Patrika News
Tennis News

मिताली राज के बाद अब रोहन बोपन्ना हुए सिस्टम के सुस्ती का शिकार

रोहन बोपन्ना अपना नाम तय समय सीमा में अर्जुन अवार्ड के लिए नहीं भेजे जाने के वजह से बेहद नाखुश हैं

Aug 05, 2017 / 03:53 pm

निखिल शर्मा

rohan bopanna

rohan bopanna

नई दिल्ली । रोहन बोपन्ना अपना नाम तय समय सीमा में अर्जुन अवार्ड के लिए नहीं भेजे जाने के वजह से बेहद नाखुश हैं । उन्होंने आल इंडिया टेनिस एसोसिएशन को जिम्मेवार ठहराते हुए नाराजगी जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि हम टेनिस खिलाडी कड़ी मेहनत से ख्याति जीत कर लाते हैं । इसके बाबजूद प्रशासनिक रवैया बेहद सुस्त होने के वजह से हमलोगों को बहुत ठेस पहुँचता है । इस तरह के व्यवहार से हमलोगों के आशा और विश्वास को रौंदा जाता है ।
वहीं दूसरी ओर मामले पर बयान देते हुए आल इंडिया टेनिस एसोसिएशन के सदस्यों ने कहा कि बोपन्ना का नाम सिर्फ इसलिए अर्जुन अवार्ड में नहीं भेजा गया क्यूंकि वो इस क्राइटेरिया को फुल -फील नहीं कर पा रहे थे । उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने उनका नाम भेजने का कोई मतलब नहीं था क्योंकि वह जरूरी पात्रता को पूरा नहीं करते ।
गौरतलब है कि आवेदन भेजने की समय सीमा 28 अप्रैल को समाप्त हो गई थी लेकिन एआईटीए ने 14 जून को बोपन्ना का नाम भेजने का मन बनाया जब उन्होंने कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीता ।
एआईटीए ने नामांकन के लिए साकेत माइनेनी को चुना जिन्होंने 2014 इंचियोन एशियाई खेलों में दो पदक जीते और पुरस्कार चयन समिति समय सीमा पर अडिग रही । अतीत में कई बार बोपन्ना का नाम भेजा गया लेकिन हर बार उनके आवेदन को खारिज कर दिया गया । बोपन्ना ने कड़े बयान में कहा, ‘हम पेशेवर टेनिस खिलाड़ी अपने देश को गौरवांवित करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और कोई इस पर सवाल नहीं उठा सकता. हालांकि जब प्रणाली (इस मामले में टेनिस संघ) लापरवाही से काम करती है जो यह ना सिर्फ अपमानजनक होता है बल्कि उस मान्यता की उम्मीद भी छीन लेता है जिसके आप हकदार हो ।उन्होंने कहा, ‘मैं समय सीमा से पहले अर्जुन पुरस्कार के लिए मेरा नामांकन नहीं भेजने के लिए एआईटीए में पेशेवरपन और क्षमता की कमी की बात कर रहा हूं ।
इससे पहले बीसीसीआई ने मिताली राज के नाम भारत रत्न के लिए भेजने में की थी देरी
आपको बता दूँ कि इससे पहले भारतीय महिला क्रिकेट कप्तान मिताली राज का नाम बीसीसीआई ने सेलेक्शन समिति के पास भेजने में देरी किया था ।खेल रत्न के लिए बीसीसीआई को भारत सरकार के खेल मंत्रालय के पास खिलाडिय़ों की सूची भेजनी होती है। इसके लिए बीसीसीआई पूरे क्रिकेट सीजन में अच्छा प्रदर्शन करने वालों खिलाडिय़ों की एक लिस्ट तैयार करता है जिसे वह बाद में खेल मंत्रालय को सौंपता है। राजीव गांधी खेल रत्न देश का सबसे सम्मानित खेल पुरस्कार है। इसके लिए नाम प्रस्तावित करने की आखिरी तारीख 30 अप्रैल थी, लेकिन बीसीसीआई मिताली का नाम ना भेजने में गलती कर बैठा।

Hindi News / Sports / Tennis News / मिताली राज के बाद अब रोहन बोपन्ना हुए सिस्टम के सुस्ती का शिकार

ट्रेंडिंग वीडियो