इस उपलब्धि के साथ बुमराह भारत के महान गेंदबाजों रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुंबले और कपिल देव की सूची में अपना नाम जोड़ते हुए एक कैलेंडर वर्ष में 70 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले चौथे भारतीय गेंदबाज बन गए। जसप्रीत बुमराह के इन शानदार आंकड़ों ने श्रीलंका के कामिंदू मेंडिस, इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक और जो रूट को पछाड़ते हुए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीतने में मदद की।
2024 का साल बुमराह के लिए शानदार साबित हुआ, जब उन्होंने भारत में और विदेशों में बेहतरीन प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने भारत को 2025 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बहुत करीब पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, हालांकि टीम फाइनल में जगह बनाने में असफल रही।
बुमराह की साल 2024 की शुरुआत केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत की यादगार टेस्ट जीत से हुई, जहां उन्होंने 8 विकेट लिए। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड को भारत में 4-1 से हराने में भूमिका निभाते हुए 19 विकेट चटकाए, जिसमें विशाखापत्तनम में 9 विकेट लेना मुख्य आकर्षण के केंद्र में था।
जसप्रीत बुमराह का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में आया, जहां उन्होंने पांच मैचों में 13.06 की औसत और 28.37 की स्ट्राइक रेट से 32 विकेट झटके। इस प्रदर्शन के कारण उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला।
इस सीरीज के दौरान बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट का आंकड़ा भी पार किया और 200 विकेट लेने वाले भारत के 12वें गेंदबाज बने। उन्होंने पर्थ में शानदार गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट चटकाए, जिसमें पहली पारी में 5 विकेट शामिल थे, जिससे भारत को 295 रनों से जीत हासिल हुई। 31 वर्षीय बुमराह ने 200 विकेट के आंकड़े के साथ एक और अनूठा रिकॉर्ड भी बनाया, वह टेस्ट क्रिकेट में 20 से कम औसत (19.4) वाले एकमात्र गेंदबाज बन गए हैं।