2 से पहुंच गए 200 तक
प्रदेश में अनलॉक-1.0 की शुरुआत के अगले दिन पहली बार दो कोरोना संक्रमितों के केस मिले और उसके बाद यह दौर ऐसा चला कि 7 जुलाई तक प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 200 को पार कर गई। फिलहाल एक्टिव केस इसमें 3 जुलाई को सर्वाधिक 35 केस शामिल रहे। राहत की बात यह है कि एक्टिव केस सीमित होने से अभी कोविड-19 केयर सेंटर श्रीविनोबाभावे सिविल अस्पताल मरीजों की चिकित्सा में पूरा योगदान दे रहा है, लेकिन प्रशासन ने हालात पर नजर रखते हुए अन्य इमारतों में कोविड-19 होस्पीटल की तैयारी की है।
एक केस मिला तो पूरी आबादी कैद
कोरोना महामारी को नियंत्रण में लेने के लिए संघ प्रदेश में अन्य शहर-कस्बों की बनिस्बत सख्ती अधिक है। यहां पर किसी सोसायटी-अपार्टमेंट में से एक केस भी मिलता है तो वहां के सभी लोगों को नियम मुताबिक घरों में कैद होना पड़ता है। इसमें पहले 5-7 दिन तक पूरी सोसायटी और बाद में केस जहां से मिला वो विंग 14 दिन तक पूरी तरह से बंद रहती है। इस तरह से सरकारी आंकड़ों में बात की जाए तो दादरा नगर हवेली के मुख्य शहर सिलवासा समेत आसपास में अब तक 63 कंटेनमेंट जोन बन चुके हैं और 25 हजार से अधिक आबादी घरों में कैद होने को विवश हो चुकी है।
कोरोना की दवा बनाने वाली भी चपेट में
कोरोना महामारी की रोकथाम में कारगर हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन दवा बनाने वाली सनफार्मा कंपनी भी अपने संस्थान में कोविड-19 को फैलने से नहीं रोक पाई। यहां पर 22 कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले और उसके बाद मास्क व पीपीई किट बनाने में अहम योगदान देने वाली आलोक इंडस्ट्रीज भी संक्रमण से बच नहीं पाई। प्रदेश में रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेबीएफ इंडस्ट्रीज, कल्पना इंडस्ट्रीज, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज, गल्फ ऑयल, बीकेलोन, श्रीकृष्णा इंडस्ट्रीज, क्लासिक मार्बल, हिन्दुस्तान पेंसिल, हिन्दुस्तान रबर, फिलाटेक्स, स्टरर्लिंग, केएलजे प्लास्टिसाइजर, आर आर काबेल, एवाईएम, जयकॉर्प आदि बड़े औद्योगिक संस्थान के प्लांट स्थापित है।
मात्र 30 फीसदी यूनिट ही संचालित
संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली की लम्बी-चौड़ी औद्योगिक विरासत में शामिल तीन हजार से ज्यादा छोटे-बड़े व्यापार-उद्योग में से फिलहाल 30 फीसदी ही संचालित हो रहे हैं। इनमें भी उद्यमियों की निगाहें उत्पादन के बजाय कोविड-19 की गाइडलाइन के पालन पर ही अधिक टिकी है। उनकी मानें तो कोरोना संक्रमण की वजह से संस्थान बंद-चालू होता है तो भारी नुकसान होता है, इसलिए आवश्यक है कि उत्पादन भले कम हो, मगर पूरी सुरक्षा के साथ जरूरी है। प्रदेश में सनफार्मा, आलोक इंडस्ट्रीज कोरोना संक्रमण के मामले पाए जाने के बाद बंद होकर चालू होने से कई दिक्कतें देख चुकी है।
2 जून 2 1 –
3 जून 6 2 –
7 जून 18 2 –
16 जून 32 3 8
21 जून 55 10 12
29 जून 101 26 48
3 जुलाई 165 40 64
7 जुलाई 201 61 94
अच्छी बात सभी मरीज असिम्प्टोमैटिक
जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम के सभी तरह के प्रयास पुरजोर से जारी है। कंटेनमेंट जोन रोज सेनेटाइज होता है और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि सभी एक्टिव मरीज असिम्प्टोमैटिक है। केवल एक मरीज को वेंटिलेटर पर रखने की नौबत आई।
अपूर्व शर्मा, आरडीसी, संघ प्रदेश दादरा नगर हवेली