पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि उधना रेलवे स्टेशन को 223.6 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित किया जा रहा है और इस कार्य को 24 महीनों में पूर्ण करने का लक्ष्य है। इंजीनियरिंग खरीद और निर्माण (ईपीसी) अनुबंध हो चुका है। साइट सर्वे, जियो टेक्निकल अन्वेषण और मिट्टी जांच का कार्य हो चुका है। पश्चिम की ओर मौजूदा आरपीएफ क्वार्टरों को तोड़ कर नए क्वार्टरों का कार्य चल रहा है। ग्राउंड फ्लोर स्लैब पूर्ण होने के बाद रूफ स्लैब का कार्य चल रहा है। यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटरों को स्थानांतरित कर नए पीआरएस को शुरू किया गया है। पूर्व दिशा के स्टेशन भवन के ग्राउंड फ्लोर सुपर स्ट्रक्चर कॉलम, स्लैब वर्क और सीढ़ी के साथ लिफ्ट वॉल का कार्य शुरू हो गया है। सब-स्टेशन भवन के स्लैब तथा अंडरग्राउंड टैंक के फाउंडेशन का कार्य भी किया जा रहा है। इसके अलावा, पूर्व की ओर सर्कुलेटिंग एरिया में सडक़ और पार्किंग के लिए समतलीकरण, उत्खनन और डब्ल्यूएमएम को बिछाने का कार्य किया जा रहा है। नए फुट ओवरब्रिज की नींव का कार्य भी शुरू हो गया है। रेलवे स्टेशन के पूर्व और पश्चिम दोनों ओर नए स्टेशन भवनों का विकास प्रस्तावित है। पूर्व और पश्चिम की ओर के स्टेशन भवनों को एफओबी से जोड़ा जाएगा और कनेक्टिविटी के लिए पटरियों और प्लेटफॉर्मों पर एक एयर कॉनकोर्स भी होगा। भीड़भाड़ से बचने के लिए प्लेटफॉर्मों पर पर्याप्त कॉन्कोर्स, वेटिंग स्पेस बनाए जाएंगे। कॉन्कोर्स का क्षेत्र 2440 वर्गमीटर होगा। नए स्टेशन को इस प्रकार के वास्तुशिल्प के साथ डिजाइन किया है कि संपूर्ण स्टेशन परिसर अग्रभाग, रंग, सामग्री, बनावट और समग्र अनुभव के माध्यम से एक थीम दिखे। मुख्य स्टेशन भवन के पूर्व में सर्कुलेटिंग एरिया में एक क्लॉक टावर होगा, जो उधना स्टेशन का आइकॉनिक प्रतीक होगा। पश्चिम की ओर के अग्रभाग की थीम उधना शहर के परिवेश के समान होगी।
व्यवसाय और व्यापारिक केंद्र बनेगा उधना उधना रेलवे स्टेशन रणनीतिक रूप से गुजरात के प्रमुख शहरी केंद्रों जैसे सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद और गांधीनगर के निकट है। उधना रेल मार्ग गुजरात के प्रमुख नगरों और छोटे शहरों के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़ा हुआ है। स्टेशन का इस प्रकार का अपग्रेडेशन, व्यापार और वाणिज्य के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और उधना को एक प्रमुख व्यवसाय और व्यापारिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।
गुजरात के 87 स्टेशनों का अपग्रेडेशन देश के प्रमुख स्टेशनों को विश्वस्तरीय स्टेशनों में बदलने का कार्य किया जा रहा है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अपग्रेडेशन के लिए देशभर में 1275 रेलवे स्टेशनों की पहचान की गई है, जिनमें से 87 स्टेशन गुजरात में हैं।