– परिवार, संस्थान और देश का नाम रोशन करे :
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि परिवार, संस्थान और देश का नाम रोशन करे। भारत को आगे बढ़ाने में योगदान दे। डिग्री हासिल करना जीवन का यादगार अवसर होता है। आपकी कड़ी मेहनत में परिवार का योगदान है। माता-पिता और प्राध्यापकों को इसके लिए बधाई हो। युवा भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए आगे बढ़े। देशवासियों के विकास में कार्य करे। विश्व में कही भी जाए संस्थान से हमेशा जुड़े रहे। सभी विद्यार्थियों को बधाई हो।
– राष्ट्रपति ने पहनाए गोल्ड मेडल :
राष्ट्रपति के आने के साथ एसवीएनआईटी के डायरेक्टर ने उनका स्वागत कर विद्यार्थियों को डिग्री हासिल करने की बधाई दी। बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन भीमसिंह ने डिग्री के बारे में जानकारी दी। इसके बाद 28 गोल्ड मेडलिस्ट को को राष्ट्रपति ने गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।
– सत्य और धर्म का आचरण करे :
इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सौभाग्य की बात है कि राष्ट्रपति एसवीएनआईटी के दीक्षांत समारोह में उपस्थित हुए। मैं सबकी तरफ से गुजरात में उनका स्वागत करता हूं। डिग्री हासिल करने वाले सभी विद्यार्थी जहां भी जाए सत्य और धर्म का आचरण करना ना भूले। कर्तव्य और जिम्मेदारी का ईमानदारी से पालन करना चाहिए। विद्या को जीवन का अभिन्न अंग बनाए। विद्या को अपने तक सीमित ना रखें, उसे बांटते रहे, देश व विश्व का कल्याण करे। माता-पिता को कभी ना भूले। जीवन में योगदान देने वाले सभी देवताओं की पूजा करे।
– ओवर ऑल टॉपर को दो गोल्ड :
संस्थान के बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय में प्रथम आए मूल राजस्थान बीकानेर के मुदित बजाज को गोल्ड मेडल मिला है। इसके साथ मुदित ने संस्थान से सभी विद्यार्थियों में सबसे अधिक 9.76 सीजीपीए हासिल कर टॉप भी किया है। इसलिए ओवर ओल टॉपर के गोल्ड मेडल से भी उसे सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुद्दीत ने कहा कि उसने कड़ी मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया है। हाल मुंबई स्थित एक कंपनी में बतौर डाटा इंजीनियर कार्यरत है।
– इन्हें डिग्री से किया सम्मानित :
12 संकाय के 1,434 विद्यार्थियों को विभिन्न डिग्री से सम्मानित किया गया। इसमें 126 को पीएचडी, 805 को बी.टेक, 355 को एम.टेक और 148 को इंटीग्रेटेड एमएससी डिग्री दी गई। कुल 28 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिए गए, इनमें 22 छात्र और 6 छात्राएं शामिल हैं। डिग्री पाने वाले कुल 1,434 विद्यार्थियों में से 293 छात्राएं हैं।
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