यशोकृपा परिवार की ओर से आयोजित तीन दिवसीय परम स्पर्श दीक्षा महोत्सव की शुरुआत बुधवार को भक्ति योगाचार्य आचार्य यशोविजय सुरीश्वर महाराज, शास्त्र संशोधक आचार्य मुनिचंद्र सुरीश्वर महाराज, आचार्य रत्नसुंदर सुरीश्वर महाराज समेत करीब सात सौ साधु-साध्वियों के प्रवेश के साथ की गई थी। महोत्सव के दूसरे दिन गुरुवार को सुबह नौ बजे कार्यक्रम स्थल से वर्षीदान शोभायात्रा की शुरुआत की गई। यात्रा के दौरान सभी मुमुक्षु सांसारिक वेश में सजे-धजे श्रृंगारित रथों में सवार रहे। यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। यात्रा मार्ग के दौरान सभी मुमुक्षु भौतिक सामग्री खुले हाथों से लुटाते हुए चले। वर्षीदान शोभायात्रा देखने के लिए भी वेसू स्थित यात्रा मार्ग में काफी लोग मौजूद रहे।
– रजोहरण पाकर खुशी से झूमेंगे : तीन दिवसीय महोत्सव के समापन से पहले शुक्रवार तड़के 5 बजकर 4 मिनट पर दीक्षा विधि की पंडाल में शुरुआत की जाएगी। इस दौरान बारी-बारी से दीक्षा विधि के धार्मिक कार्यक्रम होंगे। इस अवसर पर सुबह 8 बजकर 1 मिनट पर सभी मुमुक्षुओं को गुरु भगवंत बारी-बारी से रजोहरण प्रदान करेंगे और वे इन्हें पाकर खुशी से झूम उठेंगे। यह दृश्य देखने के लिए पंडाल में हजारों श्रद्धालु मौजूद रहेंगे।