चर्चा में रघुकुल मार्केट के अध्यक्ष श्रवण मेंगोतिया ने बताया कि आज व्यापार में जिन मुश्किलों का सामना हो रहा है, उसके निदान के लिए एसजीटीटीए ने रेफरेंस एप लांच की है। इस मीटिंग के जरिए सभी व्यापारियों तक इसकी विशेषता को पहुंचाना उद्देश्य है। रघुकुल मार्केट में हर शुक्रवार को व्यापारियों के पेमेंट फंसने के मामले में मीटिंग होती है और इसमें सिर्फ रघुकुल मार्केट के व्यापारी ही शामिल होकर समस्याओं का बेहतर ढंग से सुलझाने का प्रयास करते हैं।
एसजीटीटीए के अध्यक्ष सुनील जैन ने रेफरेंस एप के बारे में बताया कि इस एप में जाकर हम किसी भी व्यापारी की समुचित जानकारी जान सकते हैं। कोविड के बाद कपड़ा व्यापार उतार-चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है। व्यापार में कई मुश्किलें हैं, लेकिन इसके बावजूद व्यापार कल भी अच्छा था, आज भी अच्छा है और भविष्य में भी अच्छा रहेगा। एसजीटीटीए मासिक समीक्षा बैठक में कपड़ा व्यापार से संबंधित समस्याएं, गुड्स रिटर्न, पेमेंट संबंधित मामलों आदि विषयों पर चर्चा होती है। संस्था के प्रयासों से व्यापारियों में जागरुकता भी आई है। उन्होंने आगे बताया कि अभी का दौर डायवर्जन के लिए सही समय है। सूरत के टेक्सटाइल व्यापारियों में से कई ने इसी क्षेत्र के दूसरे आयामों को चुना है। सूरत के करोड़ों रुपए फंसते हैं, संस्था इस समस्या को लेकर ही रेफरेंस एप के बारे में व्यापारियों को जागरूक कर रही है।
महामंत्री सचिन अग्रवाल ने बताया कि रेफरेंस एप के जरिए व्यापार, जीआर, आर्थिक स्थिति और व्यापारी कितने समय से व्यापार कर रहा है, आदि सभी कुछ जाना जा सकता है। व्यापारियों की दी गई रेटिंग भी गुप्त रखी जाएगी। सूरत का कपड़ा व्यापार आज तक रेफरेंस से चलते आया है। सूरत के इतने बड़े और फैले हुए कारोबार के कारण व्यापारियों का रेफरेंस तलाशना जटिल हो चुका है, लेकिन एसजीटीटीए के रेफरेंस एप के जरिए यह जानकारी जुटाना आसान हो गया है। कार्यक्रम में व्यापारियों ने सवाल-जवाब भी किए, जिसका एसजीटीटीएस की ओर से समाधान पेश किया गया।इस अवसर पर रघुकुल मार्केट के महामंत्री अशोक सिंघल, अनिल अग्रवाल, अवधेश टिकमानी, गुलाबभाई, विपिन जालान, अजयभाई, आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रह्लाद अग्रवाल, केदारनाथ, एसजीटीटीए के सुरेन्द्र जैन, मोहनकुमार अरोरा, महेश जैन, सारंग जालान, प्रदीप केजरीवाल, प्रह्लाद गर्ग, रामभाई, जयप्रकाश छापरिया, सुदर्शन मातनहेरिया समेत बड़ी संख्या में कपड़ा व्यापारी शामिल हुए।