-मात्र तीन स्थलों पर जांच रिंगरोड कपड़ा बाजार क्षेत्र में रिंगरोड के अलावा श्रीसालासर हनुमान मार्ग, मोटी बेगमवाड़ी के अलावा अन्य गलियों में डेढ़ सौ से ज्यादा छोटे-बड़े टैक्सटाइल मार्केट और हजारों दुकानें है। इसके बावजूद क्षेत्र में महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जेजे मार्केट व एमजी मार्केट के सामने रिंगरोड फ्लाइओवर ब्रिज के नीचे कोरोना जांच केंद्र कार्यरत है। तीसरा जांच केंद्र जागरूक व्यापारियों की मांग पर दो दिन पहले ही श्रीसालासर हनुमान मार्ग स्थित गुडलक टैक्सटाइल मार्केट प्रांगण में शुरू किया गया है।
-शुरू करें जांच केंद्र, मिलेगा व्यापारिक सहयोग सिल्कसिटी मार्केट के अरुण पाटोदिया व गुडलक मार्केट के दिनेश कटारिया ने इस संबंध में बताया कि पिछले समय में मनपा ने व्यापारिक सहयोग से कई टैक्सटाइल मार्केट में कोरोना जांच केंद्र व वैक्सीनेशन सेंटर का संचालन किया था। इसके बाद सूरत कपड़ा मंडी बंद करवा दी गई और सभी सेंटर भी बंद हो गए, लेकिन अब जब कपड़ा बाजार वापस शुरू हो गया है तो मनपा को क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच पूर्ण हो सकें, इसके लिए व्यापारिक सहयोग से फिर से जांच केंद्र शुरू करने चाहिए।
कपड़ा व्यापारियों को नहीं मिली रियायत
सूरत. राज्य सरकार ने मिनी लॉकडाउन की जारी नई गाइडलाइन में गुरुवार को कपड़ा व्यापारियों को कुछ खास रियायत नहीं दी है। सूरत कपड़ा मंडी गत सप्ताह के समान ही सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक छह घंटे की निर्धारित अवधि में ही खोली जा सकेगी। हालांकि इस अवधि को बढ़ाने की मांग व्यापारिक संगठनों ने राज्य सरकार से की थी।
गत 21 मई को राज्य सरकार ने कोरोना केसों पर मजबूत होती लगाम को ध्यान में रखकर 23 दिन के बंद के बाद सूरत कपड़ा मंडी खोलने की अनुमति दी थी और इस बीच कोरोना केसों पर लगातार प्रशासन की पकड़ मजबूत होती रही। इससे कपड़ा व्यापारियों को उम्मीद थी कि राज्य सरकार की मिनी लॉकडाउन के संदर्भ में जारी होने वाली नई गाइडलाइन में टैक्सटाइल मार्केट खुलने की निर्धारित अवधि में रियायत मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। हालांकि एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने रात्रि कफ्र्यू की अवधि में एक घंटे की ढील भी बढ़ाकर कफ्र्यू रात नौ बजे से कर दिया है।