उधना स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या तीन पर शनिवार सुबह ८.४० बजे १९०६३ उधना-दानापुर एक्सप्रेस के जनरल कोच में सफर कर रहे पांडेसरा हरिओमनगर निवासी विनोद कुमार बाबूराम गुप्ता (१८) ने चोर-चोर चिल्लाना शुरू किया तो रेलवे सुरक्षा बल के जवान एएसआइ श्रवण चौधरी, हेड कांस्टेबल हरनाथ गुर्जर और कांस्टेबल नीलेश महला ने भागते हुए एक युवक को धर दबोचा। रेलवे सुरक्षा बल ने पकड़े उसका नाम महबूब अहमद बेग (२३) बताया है। उसके पास एक मोबाइल मिला, जिसकी कीमत ५८०० रुपए बताई गई है। उसे रेलवे पुलिस को सौंप दिया गया।
हाइ वेल्यू केस की जांच के लिए टीओपीबी
मुंबई रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अनूप शुक्ला ने दो लाख रुपए से अधिक की चोरी के मामले में जांच के लिए टीओपीबी टीम गठित की है। इस टीम के इंचार्ज निरीक्षक (यात्री सुरक्षा) वासुदेव शर्मा हैं। उनके निर्देश पर सूरत के उप निरीक्षक जयेश सोलंकी, मुकेश कुमार सैनी, एएसआइ श्रवण चौधरी, हेड कांस्टेबल हरनाथ गुर्जर, कांस्टेबल नीलेश और संदीप समेत अन्य स्टाफ ट्रेनों की जांच करता है। बीडीटीएस टीम के सदस्यों की तैनाती अलग-अलग ट्रेनों में गश्त के लिए की गई है। उधना स्टेशन पर यूपी-बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में सबसे अधिक चोरी की वारदातें होती हैं।
यात्रियों को धमका कर लूट, चोरी
सूरत से रवाना होने के बाद उधना स्टेशन से ताप्ती लाइन में जाने के दौरान बड़ा कर्व है, जहां ट्रेन की गति धीमी रहती है। सूरत तथा उधना स्टेशन से ट्रेन में सवार होने वाले समाजकंटक जनरल कोच के यात्रियों से मारपीट कर उनसे मोबाइल और नकदी छीन लेते हैं। ट्रेन में सामान गुम होने का हल्ला मचाकर भी समाजकंटक यात्रियों को झांसा देकर उनका सामान चोरी कर फरार हो जाते हैं। रेलवे सुरक्षा बल के वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त अनूप शुक्ला ने आरपीएसएफ की टीम उधना भेजने के बाद ऐसी वारदातों पर लगाम लगने की बात कही थी, लेकिन प्रतिदिन यूपी-बिहार की ट्रेनों में वारदातें हो रही हैं। रेलवे सुरक्षा बल इक्का-दुक्का चोर पकडऩे को अपनी सफलता मान रहा है।