दीपावली से पहले ही दूध, ड्राइ फ्रूट, मावा, घी, बटर के दामों में बढ़ोतरी के कारण मिठाई के भाव बढ़ गए थे। इसका लाभ बिस्किट और चॉकलेट विक्रेताओं को हुआ। बिस्किट की दुकानों पर खरीदारों की खासी भीड़ रही। बिस्किट के साथ चॉकलेट के बॉक्स तोहफे में देने का चलन बढ़ा है। सूरत में तरह-तरह के बिस्किट बनते और बिकते हैं। इनमें सादा, खारे, नान खटाई, मस्का बिस्किट ज्यादा पसंद किए जाते हैं। झांपा बाजार, चौक बाजार, नानपुरा में कई बड़ी बेकरी हैं, जहां बिस्किट के लिए लोगों की भीड़ रही। बाहर जाने वाले लोग भी यहां से बिस्किट साथ ले गए। मिठाई के भाव जहां 500 रुपए प्रति किलो से अधिक हैं, बिस्किट के भाव 200 रुपए प्रति किलो हैं। इनके बिगडऩे का खतरा भी नहीं रहता। इसीलिए इस बार दीपावली पर लोगों ने मिठाई के बदले बिस्किट को प्राथमिकता दी। सूरती नान खटाई देश-विदेश में मशहूर है। बेकरियों पर नान खटाई के लिए भी अच्छी भीड़ रही।
नमकीन बाजार में राजस्थानी नमकीन छाई रही। सूरत में बसे लाखों प्रवासी राजस्थानी ही नहीं, सूरतीयों को भी राजस्थानी नमकीन पसंद है। नमकीन की दुकानों पर ड्राइ फ्रूट्स और मिठाई के साथ बड़े पैमाने पर राजस्थानी नमकीन के पैकेट तैयार किए गए। इनमें गिफ्ट पैक शामिल हैं। सौ ग्राम से एक किलो तक के पैकेट 100 रुपए से एक हजार रुपए तक में बिके।
पैकिंग भी आकर्षक
जैसे मिठाइयों की आकर्षक पैकिंग की जाती है, उसी तरह बिस्किट भी आकर्षक पैकिंग के साथ बेचे गए। बेकरी वालों ने बढ़ती मांग को लेकर ज्यादा तादाद में बिस्किट बनाए। आकर्षक पैकिंग के कारण लोगों ने बिस्किट तोहफे में भी दिए।