उधना रेलवे स्टेशन को 223.6 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक स्टेशन के रूप में पुनर्विकास किया जा रहा है। स्टेशन का कार्य 24 महीने में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुम्बई मंडल के डीआरएम नीरज कुमार वर्मा बुधवार को नंदूरबार सेक्शन का निरीक्षण करने के बाद सूरत में गुरुवार को उधना स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने गुड्स यार्ड और कंट्रोल टावर पर सुरक्षा के मुद्दे पर जांच की। इसके बाद उन्होंने स्टेशन के वीआईपी रुम में आरएलडीए के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक मिश्र भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से जुड़े और कार्य की प्रगति पर जानकारी ली। बताया गया है कि साइट सर्वेक्षण, भू-तकनीकी जांच और मिट्टी जांच का काम पूरा हो चुका है। मौजूदा आरपीएफ क्वार्टरों को तोड़ दिया गया है और ग्राउंड फ्लोर स्लैब पूरा होने के साथ नए क्वार्टरों का काम चल रहा है। छत स्लैब का काम चालू है। यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटरों को स्थानांतरित कर दिया गया है और नए पीआरएस चालू कर दिए हैं। ग्राउंड फ्लोर सुपर स्ट्रक्चर कॉलम, स्लैब और सीढिय़ों के साथ-साथ ईस्ट साइड स्टेशन बिल्डिंग की लिफ्ट दीवारों का काम किया जा रहा है। सडक़ और पार्किंग के लिए समतलीकरण, खुदाई और डब्लूएमएम बिछाने का काम चल रहा है। नए फुटओवर ब्रिज के फाउंडेशन का काम भी चल रहा है। प्लेटफार्मों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए प्लेटफार्मों के ऊपर यात्री सुविधाओं से युक्त प्रतीक्षा स्थान होंगे। कॉनकोर्स एरिया 2440 वर्ग मीटर में होगा। गौरतलब है कि उधना गुजरात के प्रमुख शहरी केंद्रों जैसे सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद और गांधीनगर से जुड़ा हुआ है। स्टेशन के विकास से व्यापार और वाणिज्य को प्रोत्साहन मिलेगा और व्यापारिक केंद्रों में से एक बन जाएगा।