अभी तक तूफान प्रभावितों को सरकारी मदद न मिलने से उनमें नाराजगी है। मछुआरों ने बताया कि उनकी कई नौका क्षतिग्रस्त हो गई है, जाल को भी नुकसान हुआ है। आम बगीचे के मालिकों ने भी कहा कि तूफान ने पूरा सत्यानाश कर दिया लेकिन सहायता के नाम पर अभी तक कुछ नहीं मिला है।
वलसाड जिले के उमरगाम से विधायक और राज्य के वन एवं आदिजाति विकास राज्य मंत्री रमण पाटकर ने भी तूफान से प्रभावित विस्तारों का निरीक्षण नहीं किया। किसानों और मछुआरों से भी उनके द्वारा मीटिंग न करने का आरोप लग रहा है।