साइबर क्राइम सेल के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों में झारखंड जामतारा निवासी मोहम्मद सिराज फकरुद्दीन मंजुरमिया अंसारी और मोहम्मद नजीर साबा लालमिया अंसारी तथा सूरत निवासी मोहम्मद आरिफ अंसारी, हेमंत कुमार संपतिराम जगेश्वर, अरविंद मनजी जमोड़, अजय परषोत्तम मकवाना, कौशिक बाबू निमावत और शिल्पा कौशिक निमावत शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि सूरत के आरोपियों के नाम पर अलग – अलग बैंक अकाउंट है, जिनमें लोगों के अकाउंट से रुपए ट्रांसफर किए जाते थे। जबकि मुख्य दो आरोपी मोहम्मद सिराज और मोहम्मद नजीर लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए जामतारा से नेटवर्क ऑपरेट कर रहे थे। गैंग की ओर से विभिन्न कुरियर कंपनियों के फर्जी कस्टमर केयर नंबर गूगल पर रखे जाते थे। जब कोई व्यक्ति उन नंबरों पर संपर्क करता तो खुद को कम्पनी के कर्मचारी या अधिकारी बताकर उन्हें एक लिंक भेजते थे और इस लिंक के जरिए सामने वाले व्यक्ति के मोबाइल फोन में एनी डेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड हो जाती है आरोपी उस व्यक्ति के बैंक अकाउंट से रुपए ऑनलाइन अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे। अब तक आरोपियों की पूछताछ और उनसे मिले अलग अलग मोबाइल नंबरों की जांच में देश के 20 राज्यों के 744 लोगों के साथ गैंग ने डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की ठगी करने का खुलासा हुआ है।
ऐसे गिरोह तक पहुंची पुलिस कुरियर कम्पनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल से प्रात कर सूरत के एक व्यक्ति ने संपर्क किया था। इस व्यक्ति के अकाउंट से 1,63.903 रुपए आरोपियों ने ट्रांसफर कर लिए थे। इस व्यक्ति की शिकायत मिलने के बाद जांच में जुटी साइबर सेल को पता चला कि जिस अकाउंट में रुपए ट्रांसफर किए गए है वह सूरत से ही ऑपरेट हो रहा है। वहीं, इसी तरह अन्य अकाउंट भी ऑपरेट हो रहे हैं। जांच आगे बढ़ाई तो सूरत के एक दंपति समेत छह आरोपी हाथ लगे और इस ठगी में झारखंड की जामतारा गैंग लिप्त है। पुलिस ने एक टीम जामतारा भेज कर दोनों मुख्य आरोपियों को भी धर दबोचा।
किसी राज्य में कितने लोगों को बनाया शिकार राज्य लोगों के साथ ठगी
उत्तरप्रदेश 106
तेलंगाना 27
राजस्थान 18
महाराष्ट्र 14
दिल्ली 20
आंध्रप्रदेश 02
बिहार 04
चंडीगढ़ 03
छत्तीसगढ़ 04
हरियाणा 04
मध्यप्रदेश 02
ओडिशा 04
पंजाब 07
तमिलनाडु 08
उत्तराखंड 05
प.बंगाल 03
हिमाचल 01
केरला 01
कर्नाटक 01
गुजरात 27