पश्चिम रेलवे के मुम्बई रेल मंडल प्रबंधक जी. वी. एल. सत्यकुमार ने टेक्सटाइल नगरी सूरत के कपड़ा बाजार से बनारस के लिए पार्सल भेजने का ट्रायल रन 31 मार्च 2022 को किया था। 19045 सूरत-छपरा ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में प्रत्येक बुधवार और रविवार को एक पार्सलयान भेजने की व्यवस्था शुरू की है। शहर के अलग-अलग मार्केट से पार्सल संग्रह करके रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने का काम पोस्टल विभाग करता है। इस योजना को रेल-पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस सेवा का नाम दिया गया है। सूरत से शुरू हुई योजना को अब देश के अलग-अलग क्षेत्रों को जोडऩा शुरू किया गया है।
बीती 28 जुलाई को भारतीय डाक के सहयोग से गुजरात एक्सप्रेस ट्रेन में “एक्सप्रेस कार्गो सेवा” की योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत मुंबई से पहला कंसाइनमेंट ट्रेन नंबर 22953 मुंबई-अहमदाबाद गुजरात एक्सप्रेस में लोड किया गया था। जानकारों के मुताबिक देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई से सेवा शुरू करने के लिए पश्चिम रेलवे और भारतीय डाक की यह पहल एक बड़ा कदम है। इससे रेलवे को घरेलू कार्गो के परिवहन की क्षमता का उपयोग करने में मदद मिलेगी। इससे एग्रीगेटर्स को सस्ती कीमतों पर और तेज गति से एंड टू एंड तक सेवा मिलेगी।
रेलवे ने बताया कि सूरत स्टेशन से 90 प्रतिशत टेक्सटाइल पार्सल और 10 प्रतिशत जरी पार्सल ट्रेन से बनारस पहुंचाए गए हैं। ग्रीष्मावकाश के सीजन में कपड़ा व्यापारियों ने बड़ी संख्या में सूरत से बनारस ट्रेन से पार्सल भेजे हैं। गौरतलब है कि 29 सितंबर को सूरत के नीलगिरी मैदान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूरत से बनारस प्रतिदिन पार्सलयान भेजने के लिए ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। इसके बाद पश्चिम रेलवे के अधिकारी इस दिशा में कवायद शुरू कर दी है।
माह /डिब्बे /वजन /आय सितंबर -वीपी-5 -99,960 -7,50,398 अगस्त -वीपी-13 -3,08,430 -21,98,778 जुलाई -वापी-8 -1,78,890 -18,64,666 जून -वीपी-9 -1,46,640 -12,27,696