बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बाजरा निवासी राजेश गोंड़ ने 22 अप्रैल को रेवटी चौकी में सूचना दी कि सुबह मोबाइल के माध्यम से उसे जानकारी मिली कि ग्राम पहाडक़रवां में उसकी भतीजी यशोदा की मृत्यु हो गई है। सूचना पर वहां पहुंचा और देखा तो यशोदा की लाश पड़ी थी तथा सिर में चोट लगने से खून निकला था।
उसके पति रामचंद्र से पूछने पर घर के बाहर गिरने से लगी चोट के कारण मृत्यु होना बताया गया। लेकिन उसे पति की बात पर संदेह हुआ और उसने चौकी में सूचना दर्ज कराते समय पुलिस के समक्ष इसे हत्या का मामला बताया।
इसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची व बारीकी से जांच के बाद संदेह के आधार पर मृतका के पति रामचंद्र को पकडक़र कड़ाई से पूछताछ की। इसमें उसने पत्नी की हत्या करने का जुर्म स्वीकार कर लिया। इस पर पुलिस ने आरोपी रामचंद्र गोंड़ पिता दुहन गोंड़ उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम पहाडक़रवां को धारा 302 व 201 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कार्रवाई में चौकी प्रभारी रेवटी सुमंत पांडेय, एएसआई ज्ञानचंद सिंह, प्रधान आरक्षक शिव राजवाड़े, आरक्षक निर्मल राजवाड़े, बलिन्दर खलखो व अनिल कुमार सक्रिय रहे।
मना करने के बावजूद घूम रही थी बाहर
पूछताछ में आरोपी रामचंद्र ने बताया कि 21 अप्रैल की रात लगभग १२ बजे मना करने के बाद भी पत्नी यशोदा घर के बाहर घूम रही थी। बस इसी बात को लेकर गुस्से में आकर उसने बांस के डंडे से पत्नी के सिर पर प्राणघातक हमला कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस ने बचने पति ने लाश के बदले कपड़े
आरोपी ने बताया कि सिर पर वार करने से खून बहकर उसके कपड़े में लग गए थे। ऐसे में उसने पुलिस से बचने के लिए पत्नी के खून से सने कपड़े बदलकर दूसरे वस्त्र पहना दिए। फिर शव को दूसरे कमरे में लेटा दिया। सुबह जब लोगों ने पूछा तो उन्हें बताया कि घर के बाहर गिर गई थी, सिर में चोट लगने से मौत हो गई है। आरोपी के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डंडा भी बरामद कर लिया है।