शादी के दिन दूल्हा नहीं लेकर आया बारात, दुल्हन देखती रह गई राह, लडक़ी पक्ष के लोग पहुंचे थाने
Refused to marriage: दुल्हन पक्ष के लोगों का आरोप कि दूल्हा पक्ष द्वारा दहेज में की गई थी 5 लाख रुपए नकद व कार की डिमांड, पैसे देने में असमर्थता जताने पर शादी से किया इनकार
सूरजपुर. Refused to marriage: लडक़े को लडक़ी पसंद आ गई, शादी तय हो गई, कार्ड भी बंट गए थे। लडक़ी पक्ष द्वारा विवाह की सारी तैयारियां कर ली गई थीं, लेकिन बारात के लिए दूल्हे पक्ष के लोग बारात लेकर ही नहीं पहुंचे। इधर दुल्हन पक्ष के लोग इंतजार करते रह गए। पता चला कि दूल्हा पक्ष द्वारा दुल्हन के भाई से दहेज में 5 लाख रुपए व कार की मांग की गई थी, अन्यथा बारात नहीं लाने की बात कही गई थी। दुल्हन के भाई ने कहा था कि उनकी इतनी हैसियत नहीं है कि वे 5 लाख रुपए व कार दे पाएं। दुल्हन पक्ष के लोगों ने मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
गौरतलब है कि सूरजपुर जिले के रामानुजनगर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम नारायणपुर के मरहूम समीमुद्दीन कि पुत्री नुरुन खातून का निकाह रमकोला थाना क्षेत्र के ग्राम बड़वार निवासी मो. फरीद के लडक़े ग़ुलाम खालिक से तय हुआ था।
थाने में दिए लिखित शिकायत में बताया गया है कि 7 मार्च को अंजुमन कमेटी के सदर व सदस्यों के समक्ष तय किया गया और इसी दरमियान बारात में गाड़ी किराया के नाम से पचास हजार नकद ले गए।
14 मार्च को लडक़ी के बड़े भाई को फोन कर 5 लाख नगद और एक कार देने कहा गया। इस पर लडक़ी के भाई ने गाड़ी और नगद देने की बात पर कहा कि इतनी हमारी हैसियत नहीं है। इस पर दूल्हे के परिजनों ने दो टूक कह दिया कि मांग पूरी होने पर ही शादी हो सकेगी।
इधर, अंजुमन कमेटी नारायणपुर के सदर सहित दोनों पक्षों के बीच विवाह कि तारीख पक्की हो गई थी। इसमे 16 मार्च को लग्न, 17 मार्च को माझा और 18 मार्च को बारात लेकर आने की बात थी। लिखा-पढ़ी के साथ दोनों पक्ष ने दस्तख़त किए थे।
धरी रह गई सारी तैयारियां दूल्हा पक्ष के लोग तय तारीख पर बारात लेकर नही आए, जबकि कार्ड आदि बंट जाने से लडक़ी पक्ष की ओर के सभी मेहमान पहुंचे हुए थे। बारात न आने से सारी तैयारी धरी की धरी रह गईं। इससे उनका बड़ा आर्थिक नुकसान व सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल हुई। उन्होंने इस पर पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
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