गौरतलब है कि एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के लटोरी नवापारा माइंस के अंडरग्राउंड में कोयला उत्पादन के लिए होने वाली ब्लास्टिंग की वजह से खदान क्षेत्र के आसपास की कई गांवों के मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गर्इं हैं। खदान के ब्लास्टिंग की वजह से दरारें पडऩे के बाद गत दिनों ग्राम पंचायत अनुजनगर वरपारा निवासी टेमसाय पिता हरिलाल राजवाड़े के मकान का दलानी धराशायी हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि नवापारा अंडरग्राउंड माइन्स में ब्लास्टिंग की वजह से गांव के ही हुलसिया पति स्व. हेमसाय, कुनेश्वर राजवाड़े के मकानों में भी बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गर्इं हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत गजाधरपुर निवासी केवन साय पिता रामचरितर व अन्य कई लोगों के मकानों में दरारें पड़ गईं हैं जिससे दरार पड़ी मकानें कभी धराशायी हो सकतीं हैं।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि खदान में होने वाली ब्लास्टिंग की वजह कई घरों के खपरे व एडवेस्टर सीट भी घिसक जाते हैं। इससे उनका भी नुकसान लोगों को उठाना पड़ जाता है। ऐसी स्थिति में लोगों को वर्षों से हो रही दिक्कतों की ओर आज तक न तो प्रशासन ने ध्यान दिया और न ही एसईसीएल प्रबंधन ने।
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ब्लास्टिंग से मकान हो गया था धराशायीग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत गजाधरपुर में गत दिनों अंजनु पिता सोमार साय अगरिया का मकान भी ब्लास्टिंग व बारिश की वजह से धराशायी हो गया था। इसके बावजूद आज तक पीडि़त को किसी तरह का आर्थिक सहयोग उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।
ग्रामीणों ने आंदोलन की दी चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जिला प्रशासन व एसईसीएल प्रबंधन द्वारा आमजन की उक्त गंभीर समस्या की ओर जल्द ही ध्यान देते हुए राहत दिलाने कोई पहल नहीं की गई तो मजबूरन उग्र आंदोलन करने विवश होना पड़ेगा।
सेवादल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष छत्तर लाल सांवरे ने ग्रामीणों की शिकायत पर आज प्रभावित गांवों का दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया है। जिलाध्यक्ष द्वारा अब ग्रामीणों की समस्याओं से प्रशासन व एसईसीएल प्रबंधन को अवगत कराकर उसका निराकरण करने मध्यस्थता कराने की बात कही गई है।