क्षेत्र में चाहते हैं विकास
ग्रामीणों ने नक्सलियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि, माओवादियों को बस्तर से मार भगाया जाए। सड़क काटना, हत्या, आगजनी जैसे वारदातों को बंद करने के लिए ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। गांव के ग्रामीण अपने क्षेत्र में विकास चाहते हैं। मगर नक्सली हर बार गांव के विकास में बाधा बन जाते हैं। मामला सुकमा जिले के गोलमपल्ली का है।
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अफसरों ने दिया आश्वासन
जानकारी के अनुसार, एक दिन पहले सुकमा(Sukma Naxalism) जिले के गोलमपल्ली गांव के करीब 40 से 50 ग्रामीण एकत्रित हुए थे। इस सभी ग्रामीणों ने सड़क, पुल-पुलिया बनाने के लिए शासन-प्रशासन से मांग की। अफसरों ने भी इन ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि गोलमपल्ली सहित उसके आस-पास के इलाके में विकास होगा।
मगर यहां विकास पहुंचाना किसी चुनौती से कम नहीं है क्योंकि यह इलाका नक्सलियों का गढ़ है। बताया जा रहा है कि, गोलमपल्ली गांव के ग्रामीणों ने बैठक रखने के बाद विकास के लिए नक्सलियों का विरोध शुरू कर दिया।