पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने सभी कलेक्टरों और एसपी को इसका निर्देश दिया है। उन्होंने केंद्रीय सुरक्षाबलों के कैंपों के उपर नक्सलियों द्वारा ड्रोन उड़ाए जाने की घटना को गंभीरता से लिया है। साथ ही विभागीय अधिकारियों और ऑपरेशन से जुड़े हुए अफसरों को सुरक्षा के तमाम उपाए करने की हिदायत दी गई है।
इसकी पुनरावृति को रोकने तुरंत एक्शन लेने कहा है। बता दे कि बस्तर स्थित सुकमा के किस्टाराम कैंप के उपर 4 से 6 अक्टूबर तक ड्रोन को उड़ते हुए देखा गया था। सीआरपीएफ ने जांच के बाद दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय और गृहविभाग को इसकी रिपोर्ट भेजी थी। इसमें बासागुड़ा, सारकेगुड़ा, गोलापल्ली और किस्टाराम स्थित कैंपों की निगरानी करना बताया गया है।
रणनीति का हिस्सा
राज्य पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सुरक्षाबलों का ध्यान भटकाने के लिए नक्सली अक्सर अपनी रणनीति बदलते रहते है। फोर्स के लिए बनाए गए कैंपों के आसपास यह ड्रोन उड़ाना उनकी योजना का हिस्सा हो सकता है। इसे देखते हुए सतर्कता बरतने की जरूरत है। बताया जाता है कि राज्य पुलिस की खुफिया शाखा संवेदनशील इलाकों में ड्रोन उड़ाने और इसका उपयोग करने वालों की जानकारी जुटा रहा है।