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गाज़ा में अब नहीं होगा सीज़फायर! शांतिवार्ता से पीछे हटा अमेरिका, अब क्या होगा?

Israel Hamas War: इजरायल पर अब युद्धविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बढ़ रहा है। एक दिन पहले ब्रिटेन ने भी इजराइल को और हथियार देने पर रोक लगा दी है।

नई दिल्लीSep 04, 2024 / 12:46 pm

Jyoti Sharma

Israel Hamas War

Israel Hamas War

Israel Hamas War: अमेरीका और अपने देश में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के दबाव के आगे झुकने से इनकार करते हुए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने युद्धविराम समझौते के तहत पहले चरण में बंधकों को छोड़े जाने के बदले में गाजा-मिस्र सीमा से 42 दिन के लिए इजरायली सेना की वापसी को अस्वीकार कर दिया है। इसके बाद से विपक्ष और नेतन्याहू के बीच मतभेद और बढ़ गए हैं। विपक्षी नेता यायर लैपिड ने नेतन्याहू पर आरोप लगाया है कि वो हमेशा के लिए युद्ध चाहते हैं और कभी कोई समझौता नहीं करेंगे। वहीं, नेतन्याहू ने यरुशलम में एक दुर्लभ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने खिलाफ आरोपों का बचाव करते हुए कहा कि मिस्र (Egypt) के साथ गाजा की सीमा पर तथाकथित फिलाडेल्फी कॉरिडोर पर इजरायली सैनिकों को तैनात रखना रणनीतिक अनिवार्यता है।

‘हमास के लिए ऑक्सीज़न है ये फिलाडेल्फी कॉरिडोर’

नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि राफा (Rafah) बॉर्डर पर 14 किलोमीटर भूमि की यह पट्टी (फिलाडेल्फी कॉरिडोर) इजरायल के लिए अपने युद्ध उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने फिलाडेल्फी कॉरिडोर को हमास के लिए ऑक्सीजन बताते हुए कहा कि अगर इजरायल इस फिलाडेल्फी सीमा से पीछे हट जाता है तो हमास पुनः हथियारबंद हो जाएगा, पुनर्जीवित हो जाएगा और इजरायल यहां कभी वापस नहीं आ पाएगा। इसलिए हमास की ओर से 7 अक्टूबर जैसे अनेक नरसंहारों को अंजाम देने की आशंका हमेशा बनी रहेगी।

हमास की धमकी, नेतन्याहू की माफी

उधर हमास की कासिम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबु उबैदा ने कहा कि अगर इजरायल बिना समझौते के सैन्य दबाव बनाकर बंधकों को छुड़ाने की कोशिश करेंगे, तो हम उन्हें ताबूत में रखकर लौटाएंगे। अब फैसला परिजनों के हाथ में है कि वे बंधकों की जिंदा वापस चाहते हैं या उनके शव।
वहीं, छह इजरायली बंधकों को वापस लाने में नाकाम रहने पर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायली जनता से माफी मांगी है। नेतन्याहू ने इससे इनकार किया कि बंधकों को इसलिए मार दिया गया कि उनकी शर्तों के कारण युद्धविराम समझौता नहीं हो सका। उन्होंने कहा, हमास डील नहीं चाहता था इसलिए उसने बंधकों को मार दिया।

ब्रिटेन ने पीछे खींचे हाथ

इजरायल पर अब युद्धविराम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी दबाव बढ़ रहा है। ब्रिटेन ने ये कहते हुए इजराइल को और हथियार देने पर रोक लगा दी है कि उनका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन के लिए हो सकता है। ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने सोमवार को कहा कि ब्रिटेन ने इजरायल के 350 हथियार निर्यात लाइसेंसों में से 30 को निलंबित कर दिया है। रोके गए निर्यात में फाइटर जेट, हेलिकॉप्टर और ड्रोन के पार्ट्स शामिल हैं।

अमेरिका की तरफ से शांति की आखिरी कोशिश

अमरीका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता में युद्ध विराम के लिए किए जा रहे समझौते पर भी अब अमरीका ने इजरायल के सामने स्पष्ट कर दिया है कि बाइडन प्रशासन की ओर यह युद्धविराम का अंतिम प्रयास होगा। युद्ध विराम का समझौता या तो इजरायल ले या फिर इसे छोड़ दे। इस सौदे को अंतिम रूप देने के लिए बातचीत जा रही है। आने वाले हफ्तों में इस पर सहमति की उम्मीद है।

हमास के हमले की जांच में बाधा डाल रहे नेतन्याहू- इजरायली लोकपाल

इजरायल के राज्य नियंत्रक एवं लोकपाल मतन्याहू एंगलमैन ने पिछले वर्ष 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए आतंकवादी हमले की जांच में बाधा डालने के लिए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय (पीएमओ) के साथ-साथ सैन्य नेताओं को दोषी ठहराया है। एंगलमैन ने कहा कि किसी भी नेता ने तैयारी में हुई चूक की जिम्मेदारी नहीं ली, जिसके कारण हमास को घातक हमला करने का मौका मिला, जिसके कारण लगभग एक साल से युद्ध चल रहा है।

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