उच्च न्यायालय के निर्देश पर अवैध बजरी खनन की जांच कर रही सीबीआई टीम सोमवार को भीलवाड़ा पहुंची। टीम ने फूलियाकलां स्थित नदी तथा मंगलवार को जहाजपुर क्षेत्र में बनास नदी का निरीक्षण किया। लीजधारक कार्यालय को खंगाला।
गौरतलब है कि यह जांच 29 सितंबर 2023 को बूंदी पुलिस के पकड़े 10 डंपर अवैध बजरी के मामले में कर रही है। इन दस डंपरों में से एक अवैध बजरी का जहाजपुर का था। सदर पुलिस बूंदी ने मामला दर्ज किया था। जहां से बजरी का अवैध दोहन हो रहा, उस स्थान की नपती भी करवाई गई। टीम को कई जगह तीन मीटर गहरे गड्ढे भी मिले है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार तीन मीटर या उससे पहले पानी आने पर ही बजरी का दोहन किया जा सकता है। हालांकि एलएनटी से किए 5 से 7 मीटर गहरे गड्ढे मिले।
लीज नहीं, फिर भी दोहन जिले में बनास नदी में एक भी लीज नहीं है। जिले में चार लीज रायपुर, सहाड़ा, आसीन्द तथा शाहपुरा में चल रही है। मंगरोप थाने के पीछे से रोजाना बड़ी संख्या में बजरी के वाहन निकल रहे है। हमीरगढ़, कान्याखेड़ी, जहाजपुर क्षेत्र से बजरी भरे वाहन निकल रहे हैं। खनिज विभाग के अनुसार एक जुलाई से नदी से बजरी का दोहन नहीं हो सकेगा। ऐसे में बजरी माफिया नदी से बजरी निकाल अलग जगह स्टॉक करने में लगे हैं।