ओडिशा के बेगुनिया विधानसभा क्षेत्र के कौंरीपटना में बूथ 114 पर EVM के साथ तोड़फोड़ और पीठासीन अधिकारी के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चिल्का के बीजेपी विधायक और खुर्दा विधानसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट प्रशांत जगदेव शनिवार को अपना वोट देने के लिए गए थे। इस दौरान ये घटना हुई।
EVM में खराबी के कारण वोट डालने में हो रही थी देरी जानकारी के मुताबिक, खुर्दा विधानसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट प्रशांत जगदेवअपनी पत्नी के साथ बूथ पर गए, लेकिन ईवीएम खराब होने के कारण उन्हें वोट डालने के लिए कुछ देर इंतजार करना पड़ा। इस पर विधायक और पीठासीन अधिकारी के बीच बहस होने लगी। इसी दौरान उन्होंने गुस्से में EVM को मेज से उठाकर पटक दिया।
पुलिस ने जेल में किया बंद घटना के तुरंत बाद पीठासीन अधिकारी ने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की। जिसके बाद लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अलावा जगदेव पर बूथ पर गड़बड़ी करने, मतदान प्रक्रिया में बाधा डालने, मतदान कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने के जुर्म में IPC की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर हिरासत में ले लिया। वहीं, पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार ने बताया कि कोर्ट ने प्रशांत जगदेव को न्यायिक हिरासत में भेज दिया और फिलहाल वह खुर्दा जेल में बंद है।
राजनीति से प्रेरित हैं जगदेव की गिरफ्तारी वहीं, इस पूरे मामले पर बीजेपी के नेतओं ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रशांत जगदेव पर लगे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी ने कई मतदाताओं के साथ दुर्व्यवहार किया और विधायक के साथ भी ऐसा ही किया। हालांकि राज्य की सत्तारूढ़ बीजेडी ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के पास शिकायत दर्ज कर प्रशांत जगदेव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बीजेडी ने लगाया भागने का आरोप बीजेडी प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने आरोप लगाया कि उन्होंने बूथ में मतदान कर्मियों पर हमला किया और फिर भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता सारंगी की गाड़ी में छिपकर मौके से भाग गए। बता दें कि राज्य की 6 लोकसभा सीटों और 42 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को एक साथ मतदान हुआ था।